कर दो माँ,कल्याण
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ***************************************************************************** हे माँ,आज शरण में आए, कर दो माँ,कल्याण। आज दु:खी दुनिया है सारी, तेरी शक्ति महान॥ हे माँ,मधुकैटभ विनाशिनी, रक्तबीज कर अंत। महिषमर्दिनि,हे जगदंबा, ‘कोविड’ का कर अंत॥ दुर्गा,काली,चंडी,गौरी, तेरे रूप अनेक। असुर घातिनी,कष्ट हारिणी, शरणागत प्रत्येक॥ दु:खी आज सब लोग तुम्हारे, चरनन शीश झुकाय। करो दुखों का अंत आज … Read more