अध्यादेश अच्छा,लेकिन….?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** उत्तरप्रदेश सरकार ने ‘लव जिहाद’ के खिलाफ अध्यादेश जारी कर दिया है। उस अध्यादेश में लव जिहाद शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है,यह अच्छी बात है,क्योंकि लव और जिहाद दोनों शब्द परस्पर विरोधी हैं। लव जिहाद का हिंदी रुप होगा- ‘प्रेमयुद्ध’। जहां प्रेम होगा,वहां युद्ध नहीं हो सकता और जहां युद्ध … Read more

यदि ‘लव’ है तो ‘जिहाद’ कैसा ?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** ‘लव जिहाद’ के खिलाफ उप्र और हरियाणा सरकार कानून बनाने की घोषणा कर रही है और ‘लव जिहाद’ के नए-नए मामले सामने आते जा रहे हैं। फरीदाबाद में निकिता तोमर की हत्या इसीलिए की गई बताई जाती है कि उसने हिंदू से मुसलमान बनने से मना कर दिया था। उसका मुसलमान प्रेमी … Read more

बंधुत्व ही हिंदुत्व

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** हर विजयदशमी को याने दशहरे के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुखिया नागपुर में विशेष व्याख्यान देते हैं,क्योंकि इस दिन संघ का जन्म-दिवस मनाया जाता है। इस बार संघ-प्रमुख मोहन भागवत से मैं इस बात से प्रभावित हुआ कि उनकी भाषा याने हिंदी इतनी शुद्ध और सारगर्भित थी कि,दिल्ली में तो ऐसी … Read more

मजहब चलें मध्यम मार्ग पर

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** भारतीय विदेश मंत्रालय ने विशेष कूटनीतिक साहस और स्पष्टवादिता का परिचय दिया है। उसने एक बयान जारी करके तुर्की के राष्ट्रपति तय्यब एरदोगन और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को आड़े हाथों लिया है। भारत सरकार ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मेक्रो का खुलकर समर्थन किया है। मेक्रो ने इधर इस्लामी अतिवाद … Read more

आजादी रहे,लेकिन कोई लक्ष्मण रेखा का उल्लंघन न कर पाए

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** देश के ३४ फिल्म-निर्माता संगठनों ने २ टी.वी. चैनलों और बेलगाम जनसंचार माध्यम के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में मुकदमा ठोक दिया है। इन संगठनों में फिल्मी जगत के लगभग सभी सर्वश्रेष्ठ कलाकार जुड़े हुए हैं। इतने कलाकारों का यह कदम अभूतपूर्व है। वे गुस्से में हैं। कलाकार तो खुद अभिव्यक्ति की … Read more

सर्वसमावेशी बन गया है डॉ.भागवत का हिंदुत्व भी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ************************************************** राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुसलमानों के प्रति आजकल रवैया क्या है,इस प्रश्न पर बहस चल पड़ी है। बहस का मुख्य कारण संघ के मुखिया डॉ.मोहन भागवत के कुछ बयान हैं। अभी उन्होंने कहा है कि दुनिया में सबसे ज्यादा संतुष्ट कोई मुसलमान है तो वह भारत का मुसलमान है। पिछले साल उन्होंने … Read more

बिहारःसत्ता ब्रह्म,गठबंधन मिथ्या

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************************* बिहार के चुनाव के बाद किसकी सरकार बनेगी,कहा नहीं जा सकता। यदि २ प्रमुख गठबंधन सही-सलामत रहते तो उनमें से किसी एक की सरकार बन सकती थी। एक तो नीतीश कुमार का और दूसरा लालूप्रसाद का,लेकिन बिहार में अब ४ गठबंधन बन गए हैं। नीतीश कुमार के गठबंधन में जदयू और भाजपा … Read more

कृषि-कानूनःकांग्रेस का शीर्षासन

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************************* संसद द्वारा पारित कृषि-कानूनों के बारे में कांग्रेस दल ने अपने-आपको एक मज़ाक बना लिया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस शीर्षासन की मुद्रा में आ गई है,क्योंकि उसने अपने २०१९ के चुनाव घोषणा-पत्र में खेती और किसानों के बारे में जो कुछ वायदे किए थे, वह आज उनसे एकदम उल्टी बात कह … Read more

भारत को मिले निषेधाधिकार

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************************* संयुक्त राष्ट्र संघ के ७५ वें अधिवेशन के उद्घाटन पर दुनिया के कई नेताओं के भाषण हुए,लेकिन उन भाषणों में इन नेताओं ने अपने-अपने राष्ट्रीय स्वार्थों को परिपुष्ट किया,पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ ऐसे बुनियादी सवाल उठाए,जो विश्व राजनीति के वर्तमान नक्शे को ही बदल सकते हैं। उन्होंने सुरक्षा … Read more

किसानों के फायदे का कानून,पर विचार जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** किसानों से संबंधित ३ कानूनों के बनने से केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वे अकाली दल की सदस्य हैं और पंजाब से सांसद हैं। पंजाब किसानों का गढ़ है। देश में सबसे ज्यादा फसल वहीं उगती है। कुछ पंजाबी किसान संगठनों ने इन) कानूनों को … Read more