प्यार

विरेन्द्र कुमार साहू गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ****************************************************** बक-बक करते रात-दिन,वह है मूढ़ महान। प्यार शब्द जो बाँच ले,वही खरा विद्वान॥ ढाई अक्षर से बना,शब्द अनोखा प्यार। मन का मन से जोड़…

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चलो सत्य की राह पर

विरेन्द्र कुमार साहू गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ****************************************************** चारित्रिक सौंदर्य का,उदाहरण है राम। श्रेष्ठ कार्य उपमान है,दो अक्षर का नामll जिनसे संभव हानि हो,मत रख उनसे नेह। पिस्सू पशु को त्याग दे,मृत…

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धन

विरेन्द्र कुमार साहू गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ****************************************************** हो यदि पाना चाहते,धन वैभव पद खास। सुखी रखो माँ-बाप को,बनकर उनके दास॥ धन जग में सब कुछ नहीं,है यह सच्ची बात। लेकिन धन…

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