प्रत्यूषा जैन
इन्दौर (मध्यप्रदेश)
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विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष……
पुस्तकें करें ज्ञान प्रदान,
करो सदा इनका सम्मान।
अक्षरों द्वारा कहे अपनी बात,
अंधेरे से करें ज्ञान का प्रभात।
वे है माँ शारदा का आशीर्वाद,
पढ़ो जरा पुस्तक,न करो वक्त बर्बाद।
पुस्तकें नहीं ऐसी-वैसी,
वे हैं ज्ञान के सागर जैसी।
पुस्तक पढ़ कर सुधरे व्यक्तित्व,
समझो जरा इनका अस्तित्व।
देकर ज्ञान करें उपकार,
करो साथियों इनसे प्यार॥