भोपाल (मप्र)।
साहित्य अकादमी, (मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल) द्वारा अखिल भारतीय एवं प्रादेशिक कृति पुरस्कार कैलेण्डर वर्ष २०२२ एवं २०२३ के पुरस्कारों की घोषणा भी कर दी गई है। अभा प्रति पुरस्कार १ लाख व प्रादेशिक प्रति पुरस्कार ५१ हजार ₹ के साथ शॉल, श्रीफल, स्मृति चिह्न और प्रशस्ति के साथ चयनितों को अलंकृत किया जाएगा।
अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ने बताया कि कुछ पुरस्कारों हेतु २ श्रेष्ठ कृतियों को संयुक्त रूप से चयनित किया गया है। अखिल भारतीय पुरस्कार में २०२२ में अखिल भारतीय पं. माखनलाल चतुर्वेदी (निबंध) प्रो. खेमसिंह डहेरिया की कृति ‘अमृतमयी माँ नर्मदा’ एवं पं. रामजी तिवारी ‘भाई जी’ की कृति ‘रामायण की नारियाँ’, अखिल भारतीय आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (आलोचना) प्रो. अरुण कुमार भगत की कृति ‘पत्रकारिता सर्जनात्मक लेखन और रचना- प्रक्रिया’ एवं डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय (मुम्बई) की कृति ‘जयशंकर प्रसाद महानता के आयाम’, अखिल भारतीय पं. भवानी प्रसाद मिश्र (गीत एवं हिन्दी ग़ज़ल) नमिता राकेश की कृति ‘तेरे ख्यालों में’, अखिल भारतीय अटल बिहारी वाजपेयी (कविता) प्रवीण गुगनानी की कृति ‘स्वप्न ही तो है कविता’ एवं डॉ. रामनिवास ‘मानव’ की कृति ‘शहर के बीचों-बीच’, अखिल भारतीय विष्णु प्रभाकर (आत्मकथा जीवनी) सुशील दोशी की कृति ‘आँखों देखा हाल’ और अखिल भारतीय प्रो. विष्णुकांत शास्त्री (यात्रा-वृत्तांत) डॉ. स्नेहलता श्रीवास्तव, इंदौर की कृति ‘सौंदर्य लोक में’ आदि को दिया गया है।
आपने बताया कि प्रादेशिक पुरस्कार में प्रादेशिक वृन्दावन लाल वर्मा (उपन्यास) वन्दना सोनी ‘विनम्र’ की कृति ‘विडम्बना’ एवं बलराम धाकड़ की कृति ‘रानी कमलापति’, प्रादेशिक सुभद्रा कुमारी चौहान (कहानी) डॉ. गीता शर्मा की कृति ‘मुड़ के देखो मुझे’, और प्रादेशिक श्रीकृष्ण सरल (कविता) दामिनी सिंह ठाकुर, की कृति ‘तिश्नगी’, विनोद नागर की कृति ‘सिने सरोकार’ एवं प्रादेशिक जैनेन्द्र कुमार ‘जैन’ (लघुकथा) के लिए डॉ. योगेन्द्रनाथ शुक्ल, इंदौर की कृति ‘लघुकथाओं का ख़ज़ाना’ आदि को दिया गया है।
इसी तरह पुरस्कार २०२३ के लिए अखिल भारतीय पं. माखनलाल चतुर्वेदी (निबंध) डॉ. विवेक चौरसिया की कृति ‘राम रसायन मोरे पासा’, अखिल भारतीय कुबेरनाथ राय (ललित निबंध) डॉ. राजरानी शर्मा की कृति ‘आखर- आखर मोरपंख’ और अखिल भारतीय नारद मुनि (फेसबुक/ब्लाग/नेट) अमन व्यास, (इंदौर) एवं संदीप ‘सृजन’ (उज्जैन) को दिया गया है।
प्रादेशिक पुरस्कार २०२२ में प्रादेशिक वृन्दावन लाल वर्मा (उपन्यास) अमिताभ बुधौलिया की कृति ‘कड़कनाथ’, प्रादेशिक श्रीकृष्ण सरल (कविता) डॉ. वसुधा गाडगिल की कृति ‘सूरजमुखी’ एवं रुचि वाजपेई शर्मा की कृति ‘सेमल’, प्रादेशिक आचार्य नंददुलारे वाजपेयी (आलोचना) डॉ. कीर्ति काले की कृति ‘किस्से कवि सम्मेलनों के’ एवं प्रादेशिक पं. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ (प्रदेश के लेखक की पहली कृति में डॉ. वर्षा महेश ‘गरिमा’ (इंदौर) की कृति ‘क्षितिज की ओर’ आदि को दिया गया है।