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मेरी परछाई

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’
अलवर(राजस्थान)
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मेरी परछाई,
मेरा साथ निभाती है
जाने क्यों इतना,
प्यार जताती है।

मैंने पूछा,-
क्यों तुम मेरे
पीछे-पीछे चलती हो ?
उसने मुस्कुरा कर कहा,-
एक मैं ही तो हूँ,
जो तेरा साथ निभाती हूँ।
वरना तेरा है ही कौन ?
इस दुनिया में॥

परिचय- ताराचंद वर्मा का निवास अलवर (राजस्थान) में है। साहित्यिक क्षेत्र में ‘डाबला’ उपनाम से प्रसिद्ध श्री वर्मा पेशे से शिक्षक हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में कहानी,कविताएं एवं आलेख प्रकाशित हो चुके हैं। आप सतत लेखन में सक्रिय हैं।