ग्वालियर (मप्र)।
थावे विद्यापीठ के कुलपति डॉ. विनय कुमार पाठक के सम्मान में विश्व साहित्य सेवा संस्थान द्वारा साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें ४ पुस्तकों का विमोचन तथा साहित्यकार सम्मान कार्यक्रम भी हुए।
संस्थान के तत्वावधान में गोकुलधाम (ग्वालियर) में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. पाठक ने डॉ. देवेंद्र तोमर की ४ पुस्तकों (प्रीति पातिका, पहली पहली, सारी रात गिरा है पानी, मेरी आधी डगर तुम्हारी और अधर बावरे जिव्हा पागल) का विमोचन किया। भारत में डॉ. पाठक एकमात्र ऐसे साहित्यकार हैं, जो दोहरी पी-एच.डी. और दोहरी डी.लिट. (हिंदी और भाषा विज्ञान) प्राप्त हैं, साथ ही छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष रहे हैं।
इस अवसर पर अध्यक्षता प्रख्यात समीक्षक डॉ. अरुण कुमार यदु (बिलासपुर) ने की। डॉ. सुखदेव सिंह सेंगर (भिंड) विशिष्ट अतिथि रहे।
इस अवसर पर संस्थान की ओर से डॉ. यदु, कवयित्री
श्रीमती रहना भदौरिया, डॉ रमेश कटारिया, श्रीमती कुसुम भदौरिया, डॉ. आलोक तिवारी एवं भूपेंद्र सिंह भदौरिया का भी शाॅल, श्रीफल और प्रशस्ति-पत्र से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य संयोजक व संस्थान के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. तोमर ने डॉ. पाठक व डॉ. यदु का परिचय दिया। विमोचन के क्रम में डॉ. सेंगर ने समीक्षा वक्तव्य प्रस्तुत किया। संचालन पुष्पेंद्र सिंह भदौरिया ने किया।