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आनन्ददाता मिटाओ क्लेश

बबीता प्रजापति ‘वाणी’
झाँसी (उत्तरप्रदेश)
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विघ्नहर्ता गजानंद विशेष….

हे विघ्नहरण मंगलकरन,
प्रथम पूज्य विघ्नेश
करें प्रतीक्षा हृदय की इच्छा,
पधारो मेरे देश।

रिद्धि दाता-सिद्धि दाता,
बुद्धि के तुम देवा
गजानन तिहारो ध्यान धरूँ,
आरोगो लड्डू मेवा।

शिव गौरी के सुत हो प्रिय,
आनन्ददाता मिटाओ क्लेश।
हृदय में भर दो प्रेम तिहारो,
रहे न कुछ भी शेष॥

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