कुल पृष्ठ दर्शन : 189

कल को आज में जीयो

संजय जैन 
मुम्बई(महाराष्ट्र)

********************************************

जो लोग कल में,
आज को ढूंढते हैं।
और खुद कल में जीते हैं,
वो बड़े बदनसीब होते हैं।
क्योंकि कल जिंदगी में,
कभी आता ही नही।
इसलिए,मैं कहता हूँ,
कि आज में जी कर देखो।
जिंदगी होती है क्या,
खुद समझ जाओगेll

कल के नाम पर,
आज में जी न सको।
हमेशा कल की चिंता करो।
ऐसे जीवन में खुशियां कम,
और चिंताएं ज्यादा होती है।
और ऐसे लोग न आज में,
और न कल में जी पाते हैं।
और खुद के चक्रव्यूह में,
खुद ही फँसते जाते हैं।

जिंदगी में जो मिल रहा,
उसी में खुश रहो।
अरे कल को छोड़ो,
आज में खुश रहो।
जो ऐसा सोचोगे,
तो स्वस्थ,प्रसन्न रहोगे
और लंबी आयु तक जीयोगेll

परिचय-संजय जैन बीना (जिला सागर, मध्यप्रदेश) के रहने वाले हैं। वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। आपकी जन्म तारीख १९ नवम्बर १९६५ और जन्मस्थल भी बीना ही है। करीब २५ साल से बम्बई में निजी संस्थान में व्यवसायिक प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। आपकी शिक्षा वाणिज्य में स्नातकोत्तर के साथ ही निर्यात प्रबंधन की भी शैक्षणिक योग्यता है। संजय जैन को बचपन से ही लिखना-पढ़ने का बहुत शौक था,इसलिए लेखन में सक्रिय हैं। आपकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। अपनी लेखनी का कमाल कई मंचों पर भी दिखाने के करण कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इनको सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के एक प्रसिद्ध अखबार में ब्लॉग भी लिखते हैं। लिखने के शौक के कारण आप सामाजिक गतिविधियों और संस्थाओं में भी हमेशा सक्रिय हैं। लिखने का उद्देश्य मन का शौक और हिंदी को प्रचारित करना है।

Leave a Reply