कुल पृष्ठ दर्शन : 228

जय गणेश

बोधन राम निषाद ‘राज’ 
कबीरधाम (छत्तीसगढ़)
********************************************************************
गौरी पुत्र गणेश की,महिमा अपरम्पार।
विघ्न हरण गणराज जी,तुमको कोटि प्रणाम॥

शिव शंकर के लाड़ले,ऋद्धि-सिद्धि पतिराज।
आये हम तेरी शरण,करना पूरण काज॥

देवों के तुम देव हो,प्रथम पूज्य भगवान।
करूँ अराधन आपकी, दे मुझको वरदान॥

मूसक वाहन चढ़ चले,तीन लोक के पार।
माता-पिता प्रदक्षिणा,होवे जय जयकार॥

मंगल कर सब काज को,मंगल तेरा काम।
हे गणपति विनती सुनो,बारम्बार प्रणाम॥

हे गजवदन दया करो,हम हैं दीन अनाथ।
आव पधारो आज प्रभु,सर पे रख दो हाथ॥

Leave a Reply