कुल पृष्ठ दर्शन : 162

You are currently viewing महिलाओं को सम्मान

महिलाओं को सम्मान

संजय जैन ‘बीना’
मुंबई(महाराष्ट्र)
*******************************************

नारी और जीवन (अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस)….

मान मिले सम्मान मिले,
नारी को उच्च स्थान मिले
जितनी सेवा भक्ति वो करती,
उससे ज्यादा सम्मान मिले
यही भावना हम भाते,
कि उसको यथास्थान मिले।

कितना कुछ वो,
दिन-रात करती है
घर बाहर का भी,
देखा करती है
रिश्तेदारी आदि निभाती,
और फिर भी वो थकती नहीं।

किए बिना आराम वो,
काम निरंतर करती है
न कोई छुट्टी न ही वेतन,
कभी नहीं वो लेती है
फिर भी निस्वार्थ भाव से,
ख्याल सबका रखती है
ऐसी होती है महिलाएं,
जो प्यार सभी करती है।

करती है जो कार्य वो,
कोई दूजा न कर सकता
सबकी सुनती,
सबको सहती
फिर भी विचलित,
वो होती नहीं
लगी रहती दिन भर वो,
अपने घर के कामों में।

आओ सब संकल्प लें,
जन्मदिन के अवसर पर
सदा ही देंगे उनको,
हम सब सम्मान अब
क्योंकि वो हैं हम,
सबकी जो जननी है
सहनशीलता की इस देवी को,
कुछ तो आज उपहार दें
अपने मीठे वचनों
और मुस्कान से।
क्यों न हम,
उसका सम्मान करें॥

परिचय– संजय जैन बीना (जिला सागर, मध्यप्रदेश) के रहने वाले हैं। वर्तमान में मुम्बई में कार्यरत हैं। आपकी जन्म तारीख १९ नवम्बर १९६५ और जन्मस्थल भी बीना ही है। करीब २५ साल से बम्बई में निजी संस्थान में व्यवसायिक प्रबंधक के पद पर कार्यरत हैं। आपकी शिक्षा वाणिज्य में स्नातकोत्तर के साथ ही निर्यात प्रबंधन की भी शैक्षणिक योग्यता है। संजय जैन को बचपन से ही लिखना-पढ़ने का बहुत शौक था,इसलिए लेखन में सक्रिय हैं। आपकी रचनाएं बहुत सारे अखबारों-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। अपनी लेखनी का कमाल कई मंचों पर भी दिखाने के करण कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा इनको सम्मानित किया जा चुका है। मुम्बई के एक प्रसिद्ध अखबार में ब्लॉग भी लिखते हैं। लिखने के शौक के कारण आप सामाजिक गतिविधियों और संस्थाओं में भी हमेशा सक्रिय हैं। लिखने का उद्देश्य मन का शौक और हिंदी को प्रचारित करना है।

Leave a Reply