दिनेश कुमार प्रजापत ‘तूफानी’
दौसा(राजस्थान)
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गणतंत्र दिवस विशेष….
तीन रंगों से बना तिरंगा,हर भारती की शान है,
इसलिए ही तो लोग कहते,मेरा भारत महान है।
केसरिया रंग मान बढ़ाए,वीरों में उत्साह भरे,
देख केसरिया रंग रण में,दुश्मन की रूह भी डरे।
ऐसी वीरभूमि भारत पर,बसते बली बलवान है,
इसलिए ही तो लोग कहते,मेरा भारत महान है।
सफेद रंग शांति मार्ग पर,चलना हमको सिखलाए,
विश्व शान्ति वाला पाठ पढा,विश्व गुरु वैभव बन जाए।
अशोक चक्र चौबीस तीलियाँ,सब धर्मों की पहचान है,
इसलिए ही तो लोग कहते,मेरा भारत महान है।
हरे रंग की ये हरियाली,खेतों में खलिहान करें,
राजा रंक या हो भिखारी,सब खेतों से पेट भरें।
देख कर खेत में हरियाली,यहाँ पर सुखी किसान है,
इसलिए ही तो लोग कहते,मेरा भारत महान है।
चमकता ताज हिमालय राज,सागर पैर पखार रहा,
कहीं रेगिस्तान,कहीं बरखा,कहीं दक्खन पठार रहा।
‘तूफानी’ की काव्य सरिता,की बस यही पहचान है,
इसलिए ही तो लोग कहते,मेरा भारत महान है॥