कुल पृष्ठ दर्शन : 76

You are currently viewing लोकार्पण संग हुई काव्य गोष्ठी

लोकार्पण संग हुई काव्य गोष्ठी

गया (बिहार)।

‘शब्दाक्षर’ संस्था की पत्रिका के नए अंक का लोकार्पण ‘शब्दाक्षर’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पत्रिका के प्रधान सम्पादक रवि प्रताप सिंह, लोकार्पण विभूति तमिलनाडु प्रदेश अध्यक्ष केवल कोठारी, जम्मू-कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह ‘सत्य’ सहित अन्य पदाधिकारियों की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर रचनाएँ भी प्रस्तुत की गई।
शुभारंभ डॉ. सुमन सुरभि ने सरस्वती वंदना व शिल्पी भटनागर ने गीत की सुमधुर प्रस्तुति से किया। रवि प्रताप सिंह ने सभी के प्रति आभार जताया। लोकार्पण के उपरांत काव्यानुष्ठान सत्र में शायर रवि प्रताप सिंह की ग़ज़ल ‘गणित लगा कर कभी न देखा, क्या खोया, क्या पाया है, जिसने भी मुस्कान बिखेरी, हँसकर गले लगाया है’ पर खूब वाहवाही लगीं। केवल कोठारी की ‘तने, शाख पत्ते अहम पाले मन में, जड़ों से नज़र तक चुराने लगे हैं… कुकुर केसरी को डराने लगे हैं’ को भी श्रोताओं ने खूब सराहा।
अतिथियों के अतिरिक्त कवि कृष्ण कुमार दुबे, विश्वजीत शर्मा, श्यामल मजूमदार, डॉ. सुमन सुरभि, ईशा गुप्ता व अनामिका सिंह आदि ने भी सुमधुर पाठ किया।
सह-प्रसारण प्रभारी प्रो. डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि, कार्यक्रम से अनेक श्रोता व दर्शकों ने जुड़ कर साहित्य का रसपान किया।लोकार्पण सत्र की अध्यक्षता रवि प्रताप सिंह ने की। संचालन तेलंगाना प्रदेशाध्यक्ष ज्योति नारायण ने किया।