फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन…
भाग-४..
इस पूरी यात्रा में एक बात सबसे अधिक प्रभावित कर गई कि, जिन राजनेताओं को हम अत्यधिक अहंकारी मान लेने का भ्रम पाल लेते हैं, वह भ्रम पहली बार हमारे पूरे प्रतिनिधिमंडल का टूटा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर जी, विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन जी, गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा जी हों या फिजी के राष्ट्रपति जी, प्रधानमंत्री जी और उप प्रधानमंत्री जी हों, सभी का व्यवहार सामान्य प्रतिभागियों के साथ अत्यंत आत्मीयता पूर्ण रहा। यहां तक कि वायुयान में हमारे मंत्रीगण अत्यंत सहज भाव से प्रतिभागियों के पास आकर सेल्फी ले रहे थे, तस्वीरें खिंचवा रहे थे और सभी से चाय-अल्पाहार की पूछताछ भी करते जा रहे थे। ऐसा कभी नहीं लगा कि, इतने बड़े पदों पर बैठे हुए व्यक्ति रत्तीभर भी अहंकार पाले हुए हैं। इन सबकी सहजता को प्रणाम करते हुए कुछ चित्र हम लोगों ने भी निकलवाए।