स्पर्धा…
इंदौर।
हिन्दीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धा कराना जारी है, ताकि मातृभाषा हिन्दी को और लोकप्रिय बनाया जा सके। इस कड़ी में ‘जगमग जीवन ज्योति’ (दीपावली विशेष) विषय पर आयोजित ८९वीं प्रतियोगिता में पद्य में ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’ प्रथम विजेता बने हैं। ऐसे ही गद्य में डॉ. मीना श्रीवास्तव ने प्रथम स्थान पाया है।
यह परिणाम जारी करते हुए मंच-परिवार की सह-सम्पादक श्रीमती अर्चना जैन व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने बताया कि, श्रेष्ठता अनुसार निर्णायक मंडल ने पद्य में ‘दीए बेचते देखा है’ कविता हेतु ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’ (अलवर, राजस्थान) को पहला और ‘सजी हुई शुभ रात’ के लिए डॉ. गायत्री शर्मा ‘प्रीत’ (इंदौर, मप्र) को दूसरा विजेता घोषित किया है। इसी प्रकार प्रो. शरद नारायण खरे (मंडला, मप्र) की रचना ‘दीप अभिवंदन’ को तीसरा स्थान दिया गया है।
मंच संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ. एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता’ (छग) ने सभी विजेताओं व सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है। श्रीमती जैन ने बताया कि, हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं १ राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त १.५४ करोड़ ३५ हजार दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और १० सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा कराई गईं इस स्पर्धा में गद्य वर्ग में पहली जीत ‘पर्यावरण पोषक हरित दीवाली’ आलेख पर डॉ. मीना श्रीवास्तव (मुम्बई, महाराष्ट्र) ने प्राप्त की है। इसी श्रेणी में आलेख ‘उजाला फैलाने के लिए इंसानियत जरूरी’ पर दूसरा स्थान ललित गर्ग (दिल्ली) एवं ‘दिवाली का दिवालियापन’ आलेख के लिए तीसरा स्थान डॉ. मुकेश गर्ग ‘असीमित’ (गंगापुर सिटी, राजस्थान) को मिला है।
ज्ञात हो कि हिन्दी रचना शिल्पियों को ऐसी स्पर्धाओं से लेखन में निरंतर गुणवत्ता दिलाने तथा प्रसिद्धि दिलाने का कार्य किया जा रहा है।