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सम्पूर्ण विकास अपनाएंगे

प्रीति शर्मा `असीम`
नालागढ़(हिमाचल प्रदेश)
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समाज के सम्पूर्ण विकास को,
तभी सशक्त कर पाएंगे।
जब हम सम्पूर्ण विकास को,
सम्पूर्णता से अपनाएंगे।

समाज के सम्पूर्ण विकास को,
तभी सशक्त कर पाएंगे।

ज्ञान की ज्योति जला के,
ज्ञान का प्रकाश
जब जन-जन तक पहुंचाएंगे।
जीवन के सोपानों को,
सिद्ध कर जाएंगे।

कोई न रहे,
वंचित शिक्षा के स्तर पर
यह प्रण उठाएंगे।

जन-जन की मानसिकता को,
ज्ञान-विज्ञान का सार दे जाएंगे।
तभी हम संस्कृतिक,
विकास सिद्ध कर पाएंगे।

भारत देश धरोहर अपनी,
विश्व विख्यात बनाएंगें।
योग अपना के,
शारीरिक क्षमता को,
सबल बनाएंगें।

आयुर्वेद को अपना के,
रोग मुक्त भारत बनाएंगे।
समाज के विकास को,
राह दे के
अध्यात्म तक ले जाएंगे।

मानव जीवन का,
जन्म हुआ
जिस उद्देश्य हेतु।
उस उद्देश्य को,
सशक्त बनाएंगे।

समाज के सम्पूर्ण,
विकास को
सिद्धहस्त बनाएंगे॥

परिचय-प्रीति शर्मा का साहित्यिक उपनाम `असीम` हैl ३० सितम्बर १९७६ को हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर में अवतरित हुई प्रीति शर्मा का वर्तमान तथा स्थाई निवास नालागढ़(जिला सोलन,हिमाचल प्रदेश) हैl आपको हिन्दी,पंजाबी सहित अंग्रेजी भाषा का ज्ञान हैl पूर्ण शिक्षा-बी.ए.(कला),एम.ए.(अर्थशास्त्र,हिन्दी) एवं बी.एड. भी किया है। कार्यक्षेत्र में गृहिणी `असीम` सामाजिक कार्यों में भी सहयोग करती हैंl इनकी लेखन विधा-कविता,कहानी,निबंध तथा लेख है।सयुंक्त संग्रह-`आखर कुंज` सहित कई पत्र-पत्रिकाओं में आपकी रचनाएं प्रकाशित हैंl आपको लेखनी के लिए प्रंशसा-पत्र मिले हैंl सोशल मीडिया में भी सक्रिय प्रीति शर्मा की लेखनी का उद्देश्य-प्रेरणार्थ हैl आपकी नजर में पसंदीदा हिन्दी लेखक-मैथिलीशरण गुप्त,जयशंकर प्रसाद,निराला,महादेवी वर्मा और पंत जी हैंl समस्त विश्व को प्रेरणापुंज
माननेवाली `असीम` के देश और हिंदी भाषा के प्रति विचार-“यह हमारी आत्मा की आवाज़ है। यह प्रेम है,श्रद्धा का भाव है कि हम हिंदी हैं। अपनी भाषा का सम्मान ही स्वयं का सम्मान है।”

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