मासिक काव्य संध्या में सुनाई बेहतरीन रचनाएँ

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पटना (बिहार)। शैडो गवर्नमेंट बिहार के तत्वावधान में चौथा इतवार साहित्य समागम के तहत फेजर रोड स्थित हेम प्लाजा में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें अनेक कवि-कवियत्रियों ने शिरकत की और शानदार रचनाएँ सुनाई।इस गोष्ठी की अध्यक्षता सुनील कुमार सिंह ने की। मुख्य अतिथि शहर के जाने-माने शायर शिवनारायण रहे। करीब ३ घंटे … Read more

सबको प्रेरणा प्रदान करता है गिरीश जी का लेखन कर्म

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लोकार्पण… रायपुर (छ्ग)। गिरीश जी ने साहित्य की प्रत्येक विधा में कलम चलाई है। रायपुर शहर को आज गिरीश पंकज के नाम से पहचाना जाने लगा है। उनका लेखन कर्म हम सबको प्रेरणा प्रदान करता है।यह बात मुख्य अतिथि संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग ने कही। अवसर रहा प्रख्यात साहित्यकार रायपुर निवासी गिरीश पंकज की समग्र … Read more

साहित्य, संस्कृति और इतिहास थे डॉ. सुमित्र

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जबलपुर (मप्र)। डॉ. सुमित्र जैसे साहित्‍य साधक विरले ही होते हैं। उन्‍होंने लगभग साढे़ सात दशक तक साहित्‍य, पत्रकारिता और समाज की अप्रतिम सेवा की। डॉ. सुमित्र अपने में एक युग थे, समूचा साहित्य, संस्कृति और इतिहास थे।उक्त तदाशय के उदगार पाथेय संस्‍था के तत्‍वावधान में विविध संस्‍थाओं की संयुक्‍त सुमित्र श्रद्धांजलि सभा में मनीषियों … Read more

मृदुल वाणी

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन(हिमाचल प्रदेश)***************************************************** हमारी वाणी ही,हमारी पहिचान हैबिना वाणी के,हमारा शरीर बेजान है। वाणी मधुर हो तो,सुनने में आनंद आता हैऔर कठोर हो तो,मन खराब हो जाता है। मीठी वाणी बोलने वाला,तीखी मिर्च भी बेच देता हैकठोर वाणी बोलने वाला,मिठाई भी नहीं बेच पाता है। नफरत करते हैं सभी,कठोर वाणी बोलने वाले सेप्यार … Read more

७ मार्च को गोष्ठी एवं कवि सम्मेलन

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दिल्ली। प्रयागराज से आए साहित्यकार डॉ. विजयानंद जी के स्वागत में गोष्ठी एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. धर्म प्रकाश वाजपेयी और प्रेरणा हिन्दी प्रचारिणी सभा के संस्थापक कवि संगम त्रिपाठी ने बताया कि, कवि प्रदीप मिश्र के संयोजकत्व में यह आयोजन ७ मार्च … Read more

हवा मनचली

मीरा सिंह ‘मीरा’बक्सर (बिहार)******************************* उड़ती आई हवा मनचली,हाथ पकड़कर मुझे ले चलीहौले से कानों में बोली,बहाकर मुझे संग ले चली।मार कुलांचे चली किधर ये,हिरनी जैसी हवा मनचली… आई है कब हाथ किसी के,ना समझेगी बात किसी कीशोख बहुत है यह मनमौजी,पल में छोड़े साथ किसी का।हर आहट पर दिल धड़काती,करे शरारत हवा मनचली… कभी इधर … Read more

आवाज की दुनिया

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)******************************************** आवाज़ की दुनिया के दोस्तों…एकसाथ कई सितार बज उठे जैसे,स्वर-संगीत के दीवाने…बहुत सारे वायलिन बज उठे, अहा!अरे! ये कानों में गूंजते मधुर शब्द…जैसे इन आवाजों कोपरियों ने चूमा हो…। हम भूल चुके शायद…इस दृश्य तकनीकी की वजह से,शब्दों में घुले मधुरस भूल चुके शायद…कभी कभी,किसी गली, नुक्कड़ या,झुग्गी बस्तियों से गुजरते,सुनाई दे … Read more

यात्रा से लक्ष्य तक

ताराचन्द वर्मा ‘डाबला’अलवर(राजस्थान)*************************************** लम्बी है सड़क, चलना तो पड़ेगा,लक्ष्य तक पहुंचना तो पड़ेगाकाँटे बहुत है राह में अभी,सम्भलना तो पड़ेगा। इरादे कर ले मजबूत,काँटों से घबराना नहीं हैअपनी मजबूरी को कभी भी,लोगों के सामने जताना नहीं है। शनै-शनै तुझे बढ़ते चले जाना है,निश्चित सफलता मिलने लगेगीखूब मिलेगा मान-सम्मान,जिंदगी बदलने लगेगी। बढ़ गई है जिम्मेदारी,बाप का … Read more

अधिकतम मतदान… एक क्रांतिकारी शुरूआत

ललित गर्ग दिल्ली************************************** प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र के महाकुंभ चुनाव में पहली बार मतदाता बने युवाओं से कीर्तिमान संख्या में मतदान का आग्रह किया है। अधिकतम संख्या में मतदान लोकतंत्र की जीवंतता का प्रमाण होने के साथ लोकतंत्र के बलशाली होने का आधार है और जनता की सक्रिय भागीदारी का सूचक है। इस बार … Read more

‘अलविदा छोटी लाइन ट्रेन’ कृति भेंट

जबलपुर (मप्र)। संस्कारधानी जबलपुर से गोंदिया तक छोटी लाइन की ट्रेन चलती थी, जो विकास की गंगा में बड़ी लाइन में परिवर्तित हो गई। इसी निमित्त कवि- कथाकार अजय बोपचे ने‘अलविदा छोटी लाइन ट्रेन’ कृति ट्रेन बंद होने के तत्काल बाद लिख कर अपने कस्बे से गुजरने वाली ट्रेन के आत्मीय भावों को अभिव्यक्त करने … Read more