साजन का प्यार

ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** भर रखी आँचल में अपनी सुरमई-सी स्वर्ण शामें।कर रही श्रंगार सजना नेह गहनों के बहाने। घोल तेरी प्रीत तन पर तनिक-सा उबटन लगा लूँ,इत्र तेरे देह का…

Comments Off on साजन का प्यार

चन्द्रयान है चाँद पर

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* चन्द्रयान है चाँद पर, 'इसरो' स्वप्न महान।धन्यवाद वैज्ञानिकों, भारतीय विज्ञान॥ आरोहण साफल्यता, अविरत शोध प्रयास।चन्द्रयान अब सोम पर, अनुपम सुख आभास॥ खिला चंद्रमुख यान…

Comments Off on चन्द्रयान है चाँद पर

जंगली कुत्ते…

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* एक ही जंगल में साथ में,विचरण करने वाले जानवरजब तक मरते नहीं,वो राह ताकते रहते हैंमरने के बाद ही,उसे नोंच-नोंच कर खा जाते हैंएक तरह से…

Comments Off on जंगली कुत्ते…

धागा प्रेम का

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** स्नेह के धागे... आज वह धागा प्रेम का ओ बहना, तुम जरूर पहनाना,हर भाई को अपने बहन होने का एहसास जरूर कराना। इस नफ़रत भरे मतलबी…

Comments Off on धागा प्रेम का

भेज रही हूँ राखी भैया

बबीता प्रजापति ‘वाणी’झाँसी (उत्तरप्रदेश)****************************************** स्नेह के धागे... भेज रही हूँ राखी भैया,शायद, घर न आ पाऊँगीएक दिन की छुट्टी में,कैसे त्योहार मनाऊँगी ? याद करूंगी रोली-थाली,माथे तिलक लगाती हूँमाँ-बाबू जी…

Comments Off on भेज रही हूँ राखी भैया

रक्षाबंधन आया है

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) *************************************************** स्नेह के धागे... रक्षाबंधन आया है,सबके मन को भाया हैभाई-बहन के पावन प्रेम को,फिर इसने हर्षाया है।रक्षाबंधन आया है,सबके मन को भाया है… हरदम लड़ते और झगड़ते,कभी…

Comments Off on रक्षाबंधन आया है

कहानी विशेषांक में कवि सिद्धेश्वर की ७५ कलाकृतियाँ प्रकाशित

पटना (बिहार) | राष्ट्रीय पत्रिका 'साहित्य अमृत' (दिल्ली) के ऐतिहासिक कहानी विशेषांक (अगस्त) में पटना के ख्याति प्राप्त कवि-चित्रकार सिद्धेश्वर के बनाए हुए ७५ रेखाचित्र प्रकाशित हुए हैं। देश की…

Comments Off on कहानी विशेषांक में कवि सिद्धेश्वर की ७५ कलाकृतियाँ प्रकाशित

माँ के हाथ का बना खाना प्रसाद से भी बड़ा

विमोचन... इन्दौर (मप्र)। श्री रमेश चंद्र मिश्रा की जीवटता और जिजीविषा अनुकरणीय है। 'मातृहस्तेन भोजनम', अर्थात माँ के हाथ का बना भोजन प्रसाद से भी बड़ा होता है' और पुस्तक'…

Comments Off on माँ के हाथ का बना खाना प्रसाद से भी बड़ा

अटूट बंधन-रक्षाबंधन

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* स्नेह के धागे... भाई-बहन के प्यार का यह अटूट बंधन,स्नेह ममता सुरक्षा का राखी बंधनपूर्णिमा के उज्जवल चाँद की छटा,उत्सव आलोकित हो, थम जाएं घटा। दूर…

Comments Off on अटूट बंधन-रक्षाबंधन

नहीं आराम करेंगे

मीरा सिंह 'मीरा'बक्सर (बिहार)******************************* चलते रहने की जिद अपनी,कभी नहीं आराम करेंगेकल करना सो आज करेंगे,दुनिया में हम नाम करेंगे। सत्य डगर पर सदा चलेंगे,कभी किसी से नहीं डरेंगेमुश्किल गर…

Comments Off on नहीं आराम करेंगे