शब्द-खेती
सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** कविता की खेती-बाड़ीमें कवि बोते हैं,नित रोज एक-एक करशब्द के बीज,अच्छी नस्ल के शब्द-बीजसे अंकुर जाते हैं। उर्वर शब्द धरा परकवित्व भावों के रसदार,सुस्वादु कवि की संवेदनाएंलेकर…