मिलता नहीं…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* हम जो चाहते हैं हमें वो मिलता नहीं,हमें जो मिलता है, वो हम चाहते नहीं। फिर भी उम्मीद पर जीती है ये दुनिया,चाहें सब…
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* हम जो चाहते हैं हमें वो मिलता नहीं,हमें जो मिलता है, वो हम चाहते नहीं। फिर भी उम्मीद पर जीती है ये दुनिया,चाहें सब…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** स्वच्छ ज़मीन-स्वच्छआसमान... यह जीवन के सुखद अहसास और सुकून का उत्सव है,पर्यावरण दिवस पर राष्ट्राभिनंदन से लगता महोत्सव है।यह जीवन के एक सुखद अनुभव का श्रंगार है,स्वस्थ तन-मन का…
रायबरेली (उप्र)। बाल साहित्य संस्थान (अल्मोड़ा, उत्तराखंड) द्वारा देश के प्रतिष्ठित बाल साहित्यकारों की पुस्तकों पर दिया जाने वाला अभा 'गोविंद सिंह बिष्ट बाल साहित्य सम्मान एवं पुरस्कार २०२३' इस…
ममता तिवारी ‘ममता’जांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** जल अनल बनाये जो,आग पिये जातेजग हलचल लाये वो…। धुएँ में तैराते,कहते कवि जिनकोभावों से नहलाते…। पल महल बना अम्बर,मेघ से ले छतरीये सपनों के पथकर…। कवि…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** स्वच्छ जमीन-स्वच्छ आसमान... तप्त धूप में चलते चलते, पड़े पाँव में छाले हैं,छाँव कहीं भी नजर न आए, सारे वृक्ष काट डाले हैंपंखी सारे तड़प रहे हैं,…
डॉ. कुमारी कुन्दनपटना(बिहार)****************************** स्वच्छ जमीन-स्वच्छ आसमान... समझाऊँ कैसे मैं, मन की बात,जानकर भी बन रहे अनजानस्वस्थ जीवन को चाहिए,स्वच्छ जमीन, स्वच्छ आसमान। जीव-जन्तु हैं, धरा पर अनेक,उसमें मनुज सबसे बुद्धिमानहोड़…
सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** एक बेटी सजती है,नई दुल्हन मेंडोली के रूप में कार,सजी कुछ असली-नकलीफूलों के हार से,जा बैठी आभूषणों सेलदी, हाथ-पैर मेहंदी केमनमोहक प्यार में पिया संग,भोली-भाली एक बेटी।…
अमृतसर (पंजाब)। गुरु नानक देव विवि (अमृतसर) के हिन्दी विभाग द्वारा ख्यातिलब्ध आलोचक एवं मूल्यधर्मी साहित्यकार प्रो. रामसजन पाण्डेय की पुण्य स्मृति में आभासी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।…
डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* स्वच्छ जमीन-स्वच्छ आसमान... धरती माँ ने दिया है हमकोआशीर्वाद अपरंपार,हरे-भरे वृक्ष देतेअसंख्य अनमोल उपहार,धान, सब्जी, फल और फूललकड़ी, जड़ी-बूटी, कपड़ा, खनिज,शुद्ध वायु, ठंडी छाँव और आश्रय।…
प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* जीवन दिखता है वहाँ, जहाँ प्रीति की रीति।अंतर्मन में चेतना, पले नेह की नीति॥ नित्य प्रीति की रीति से, जीवन बने महान।ढाई आखर यदि रहें, दूर…