इनके होने से जगमग
तृप्ति तोमर `तृष्णा`भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************** नन्हें बच्चे होते फूलों की डली,जिनकी आवाज से गूंजती हर गली। नन्हें-नन्हें पाँव से घूमे सारी फुलवारी,बात-बात पर दिखाते अपनी अदाकारी। बच्चे हैं नए-नए फूलों का…