वो गुलाब तुम हो…

गीतांजली वार्ष्णेय ‘ गीतू’बरेली(उत्तर प्रदेश)******************************** काव्य संग्रह हम और तुम से महका है जिससे मेरा मन,वो गुलाब तुम हो,पी है आँखों से हमने वो शराब तुम हो…। जो देखा था…

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दीवानगी

इलाश्री जायसवालनोएडा(उत्तरप्रदेश) ***************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... दीवानगी नहीं चाहिए मुझे,ये मुझे खुद से छीन लेती हैमैं तुमको प्यार करना चाहूं,खुद से बेगाना कर देती है। बस तेरा…

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सुंदर सपन सजाना है

डीजेंद्र कुर्रे ‘कोहिनूर’ बलौदा बाजार(छत्तीसगढ़)******************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... श्याम रंग बरसे तन-मन में,मनुवा आज दीवाना है।मन के पावन तटबँधों पर,सुंदर सपन सजाना है। कितने मीठे बोल तुम्हारे,सबके मन…

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हम और तुम

देवश्री गोयलजगदलपुर-बस्तर(छग)********************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... तुम हो मेरे प्रेम की परिभाषा,मैं तुम्हारा अर्थ प्रिये…हम-तुम मिल कर आओ रच दें,नूतन कोई छंद प्रिये…। तुम हो मेरे जीवन की…

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तुम मेरे प्रिय

दिव्या त्रिवेदीपूर्णिया (बिहार)******************************* काव्य संग्रह हम और तुम से.......... मेरे हृदय तमस को हरने वाले,तुम चन्द्र छवि के समान प्रिय।मैं नदिया-सी तुममें खो जाऊं,तुम हो सागर का विस्तार प्रिय। मैं…

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फूलों की पहली भेंट

दीपक शर्मा जौनपुर(उत्तर प्रदेश) ************************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से.... मैंने लगा दियाएक नन्हा-सा फूल का पौधा।जो फूल तुम्हें बहुत पसंद था,उसकी महक वैसी ही होगीजैसी तुम्हारी ख़्वाहिश थी,अब…

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याद

भीकम चन्द जांगिड़ 'भयंकर'अजमेर ( राजस्थान)***************************** काव्य संग्रह हम और तुम से तन्हाईयों में ही तो मैं तुमको याद करता हूँ,यादों में गीत तेरे ही तो गुनगुनाता हूँ। हर रात…

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तुम्हें देख कर

बुद्धिप्रकाश महावर मनमलारना (राजस्थान) **************************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से..... तुम्हें देख कर हम,भूल जाते हैं गम,कहता है ये दिल,खुदा से नहीं तू कम।आँखें तो आइना हैं,छुपता है कुछ…

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हम दोनों का प्यार

भुवनेश दशोत्तर,इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से........... हम दोनों का प्यार,देह से पार का प्यार है।यह ईश्वर का वरदान,अंतरतम में निर्झर-सा बहता है।यह आत्मा का सौंदर्य,सतत ज्योति-सा जगता है।यह…

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प्रेम में गुम रहो

डॉ.भारती वर्मा बौड़ाई, देहरादून (उत्तराखंड)************************************* काव्य संग्रह हम और तुम.... प्रेम मेंकम मिलो,दूरियों में प्रेम कोअधिक अनुभव करो।प्रेम मेंकम कहो,मौन में प्रेम अनुभव करो।प्रेम मेंप्रेम में गुम रहो,प्रेम कोस्वयं मत…

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