खंडहर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* खड़े खंडहर आज जो,कहते वे इतिहास।कला-विरासत को लिए,देते सुख-अहसास॥ दिखती जिनमें श्रेष्ठता,होता गौरव-बोध।ढूँढ-ढूँढकर कर रहे,पढ़ने वाले शोध॥ कहीं महल,तो दुर्ग हैं,मंदिर-मस्जिद रूप।खंडहरों में हैं छिपी,बीते…

Comments Off on खंडहर

बॉलीवुड चला दक्षिण सिनेमा की तरफ

इदरीस खत्रीइंदौर(मध्यप्रदेश)************************************************ दक्षिण सिनेमा में तेलगू,मलयालम,कन्नड़ भाषी फिल्में होती हैं। जैसे इत्र अपनी महक देगा ही देगा,वैसे ही दक्षिण भारतीय फिल्मों ने न केवल देश में,वरन विदेशों तक साख बना…

Comments Off on बॉलीवुड चला दक्षिण सिनेमा की तरफ

नई क़लम ने कराई काव्य गोष्ठी

इंदौर (म.प्र.)। दीप पर्व में जिस प्रकार दीपमालाएं संसार के तम को नष्ट कर,प्रकाश का संदेश देकर सकल विश्व को आश्वस्त करती है,इसी प्रकार चहुंओर सकारात्मक विचारों का प्रकाश फैलाकर…

Comments Off on नई क़लम ने कराई काव्य गोष्ठी

उत्सुक हूँ आने को…

विजय मेहंदीजौनपुर(उत्तरप्रदेश)**************************************** कोख में पल रही कन्या की माँ से गुहार धरा है उस बगिया की माँ तू,जिस बगिया की मैं अंकुर हूँ।मैं उत्सुक हूँ,विकसित हो,उस बगिया में आने कोहरित…

Comments Off on उत्सुक हूँ आने को…

कैसे टिकेंगे ‘लव जिहाद’ रोधी कानून ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ************************************************** ‘लव ‍जिहाद’ मामले में विचित्र स्थिति बनती जा रही है। एक तरफ भाजपा सरकारें देश में लव जिहाद रोकने के लिए ऐलानिया तौर पर सख्त से सख्त…

Comments Off on कैसे टिकेंगे ‘लव जिहाद’ रोधी कानून ?

प्रमं को अभ्यावेदन:भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता मिले

मुम्बई (महाराष्ट्र)। जिस प्रकार लोक सेवाओं में भारतीय भाषाओं के माध्यम से परीक्षा देने वालों की संख्या निरन्तर घटती जा रही है,वह चिंताजनक है। केवल चर्चा करने से बात नहीं…

Comments Off on प्रमं को अभ्यावेदन:भारतीय भाषाओं को प्राथमिकता मिले

दीप और पतंगा

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* दीपक जलकर करे उजाला,पतंगा यूँ ही मरता है।जलते हैं दोनों ही लेकिन,ये क्रम न कभी रुकता है॥ दीपक और पतंगे का ये,साथ सदा चलता आया।खत्म हुए…

Comments Off on दीप और पतंगा

छीन लेता है

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** कभी रोटी कभी कपड़े कभी घर छीन लेता है,हमारी नौकरी ही वो सितमगर छीन लेता है। महल के वास्ते ज़ुल्मों सितम की इन्तेहाँ देखो,लगा कर…

1 Comment

परिवार

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************** एकाकी जीवन मुश्किल हैपरिवार बिना जीना कैसा,खुशी नहीं-उल्लास नहीं-नीरस जीवन सहरा जैसा। पर आज टूट कर डाली सेबिखरे सूखे पत्तों जैसे,मौसम जैसे पतझड़ का हो-नहीं जाने…

Comments Off on परिवार

बदल गया इंसान

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ***************************************************** चाँद न बदला,सूरज न बदला….न बदला है भगवान,बस बदल गया इंसान। दिन न बदला,रात न बदली….न बदला है ज्ञान,बस बदल गया ध्यान। गुरु न बदला,शिष्य…

6 Comments