बजा नारी जागृति साज
नताशा गिरी ‘शिखा’ मुंबई(महाराष्ट्र)******************************************************** आँखों में सपना लिए,जज्बा लिए दिल में,जमीं क्या चीज है,फलक अब कर मुट्ठी में। हसरतें हैं हमारी,बुलंद रहा सदा हौंसला,रुढ़िवादी परम्पराओं का तोड़ना है यह घोंसला। अंधेरों…