नयन

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ************************************************************ राधा के दो नयन में,दिखी श्याम को प्रीत।यमुना तट पर प्रेम में,सुध-बुध खोये मीत॥सुधबुध खोये मीत,बाँसुरी की धुन मोहक।खडी़ गोपियाँ मौन,कृष्ण छवि लख मनमोहक॥कह ‘संजय देवेश’,दूर करते सब बाधा।निश्छल मन से आप,जपे यदि राधा राधा॥ परिचय–संजय गुप्ता साहित्यिक दुनिया में उपनाम ‘देवेश’ से जाने जाते हैं। जन्म तारीख ३० जनवरी १९६३ … Read more

ज्ञान-चेतन के प्रणेता

गोपाल चन्द्र मुखर्जीबिलासपुर (छत्तीसगढ़)************************************************************ शिक्षक दिवस विशेष……….. आप विद्यादान में सिद्धहस्त,आप ही हो शिक्षक…इंसान बनाते हो समाज घिसकर,आप ही देवप्रतिम कारीगर।क्लान्तिहीन आप ही हो श्रीमन्त,कोमल हृदय सदा शांत…जन्मदाता तो है माता-पिता,ज्ञान चेतन के आप ही हो प्रणेता।कठिन शासन के दण्ड हस्त में,छात्र काँपते हैं डर से..तब ही तो अच्छे परिणाम से,लोग प्रतिष्ठा पाते हैं विश्व … Read more

गुरुकुल-शिक्षा भाव जरुरी

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. भारत के प्राचीन काल में विद्यार्थी अपने आसपास के गुरु-कुलों में शिक्षा प्राप्त करने जाते थे,और गुरु के साथ वहीं रहते भी थे, जिससे छात्रों का सर्वांग विकास होता था। गुरु और शिष्य का संबंध पवित्र तो होता ही था,यह संबंध जीवनभर का भी हो जाता … Read more

हिन्दी का अध्यापक

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)****************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. हिन्दी का अध्यापक आया,बच्चों को नमस्ते सिखलायाबच्चे कहते-गुड माॅर्निंग सर,मास्टर जी शुभ सवेरा पर। अध्यापक सिखलाते-क ख ग घ,बच्चे बोले-नो सर न न न नहमें सिखलाओ ए बी सी डीमास्टर कहते-पी लूँ बीड़ी। फिर सिखाऊँगा ए बी सी डी,सबको अपनी-अपनी पड़ीमास्टर जी-अ से अनार पढो़,उसके बाद ज्ञ … Read more

ज्ञान की अलख जगाई

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. राधाकृष्णन ने किया,जग में ऊँचा नाम।पेशे से शिक्षक स्वयं,किए अनूठे काम॥किए अनूठे काम,ज्ञान की अलख जगाई।शिक्षाविद् के साथ,भूमिका कुशल निभाई॥करता है ‘शिव’ याद,और प्रणमान्जलि अर्पण।भारत के अभिमान,राष्ट्रपति राधाकृष्णन॥ परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व वर्तमान बसेरा … Read more

शिक्षक होना भी एक…

मधुसूदन गौतम ‘कलम घिसाई’कोटा(राजस्थान)************************************************************ शिक्षक दिवस विशेष……….. आज एक मित्र सीधे-सीधे मॉर्निंग वॉक से घर आ धमके। बोले,चलो गौतम जी के यहाँ चलते हैं चाय पीयेंगे बतियाएंगे,गौतम जी को तो अपनी याद आती नहीं,अपन ही मिल लेते हैं…..आदि बतरस पुराण की सूक्तियां बोलते रहे। मैं बस मुस्कुरा कर रह गया- जानता हूँ राष्ट्र निर्माता है,काफी … Read more

मैं शिक्षक निर्माणक हूँ

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. शिक्षण हेतु बना मैं शिक्षक,नीति-रीति पथ परिपोषित हूँ।नव जीवन नवयुग आधानक,मैं नित शिक्षक निर्माणक हूँ। विनयशील हो त्याग समन्वित,नवयुग का नूतन वीक्षक हूँ।नवजातों अरु नवांकुरों के,नवजीवन रच संरक्षक हूँ। सिंचन वर्धन ज्ञानामृत से,सुयोग्य सुपात्र निर्माणक हूँ।पुराकाल गुरुकुल से लेकर,विद्यार्थी और शिक्षक भी हूँ। नवयुगीन शिक्षा पद्धति … Read more

गुरु सब धन की खान रे

अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय *************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. गुरु से शिक्षा गुरु से दीक्षा,गुरु सब धन की खान रे,गुरु जैसा नहिं दूजा कोई,बात हमारी मान रे।गुरु के चरणों में जन्नत है,मुख पर वेद पुरान रे,शास्त्र-शस्त्र विज्ञान-ध्यान सब,गुरुवर की पहचान रे॥ जो भी गुरु के द्वारे आता,बन जाता विद्वान रे,साधारण प्राणी पा जाता,विद्या धन का दान … Read more

ज्ञान दाता

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** शिक्षक दिवस विशेष……….. माँ सरस्वती ज्ञान की देवी हैं,पहली वंदना उनकी हो।वो हर इक शिक्षा की जननी,शत्-शत् प्रणाम उनको दो। पहले शिक्षक हैं माता-पिता,वे ही तो हमारे ‘ज्ञान दाता।’उनको बारम्बार नमन मेरा,उनसे ही बना जीवन मेरा। डॉ. कृष्णन जी को याद करूँ,ये आज का दिन है देन उनकी।सब शिक्षक … Read more

गुरु हैं धरती पर भगवान

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’बहादुरगढ़(हरियाणा)********************************************************* शिक्षक दिवस विशेष……….. प्रभु देते हैं जिन्दगी,माता-पिता देते हैं खूब दुलार,खूबियों का एहसास करा गुरु जीवन को देते संवार। गुरु वही जो जीना सिखाए,कराए आपसे आपकी पहचान,गुरु के बिना ज्ञान नहीं,ज्ञान बिना कोई कैसे बने महान। गुरु ही रखते ज़मीं से आसमां तक,ले जाने का हुनर,गुरु की महिमा से शिष्य की गरिमा … Read more