श्रद्धेय शिक्षक
डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************************ शिक्षक दिवस विशेष……….. रास्ते पर मैं पड़ा था ठोकरें खाता हुआ,हाथ से तुमने तराशा और हीरा बन गया…मायूसियों के अंधेरों से घिरा जीवन मेरा,बन के सूरज आपने राहों को रोशन कर दिया। था चमन का फूल मैं धरती पर मुरझाया हुआ,आपका स्पर्श पा ईश्वर की माला बन गया…कच्ची मिट्टी जैसा … Read more