मधुर है संयुक्त परिवार

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** चूस-चूस कर फूलों का रस,मधुमक्खी शहद बनाती है,दादा-दादी उसी तरह,संयुक्त परिवार बनाते हैं। बच्चों की किलकारी,दादा-दादी का प्यार,ऐसे ही मधुर है,मेरा संयुक्त परिवार। ताऊ…

Comments Off on मधुर है संयुक्त परिवार

अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर साहित्योदय ने दी शब्दांजलि

मधुपुर(झारखंड)l अंतर्राष्ट्रीय साहित्य कला संगम-साहित्योदय के अनूठे संग्राम के १६वें कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री और कविश्रेष्ठ अटल बिहारी वाजपेयी को अटल काव्य में शब्दांजलि दी गई। इसमें देशभर के सुप्रसिद्ध…

Comments Off on अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर साहित्योदय ने दी शब्दांजलि

आओ मन को शुद्ध बनाएँ

सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’कोटा(राजस्थान)***************************************************************** पर्व पर्यूषण का आया हैआओ मन को शुद्ध बनाएँ,जो 'कषाय' कर्मों के आए-करें 'निर्जरा' उन्हें जलाएँ। भूल बाहरी भौतिक दुनियाअपने मन के अन्दर झाँकें,आत्म-जागरण का यह उत्सव-निज…

Comments Off on आओ मन को शुद्ध बनाएँ

प्रिय की प्रीत निभाना है

अख्तर अली शाह `अनन्त`नीमच (मध्यप्रदेश) **************************************************************** प्रिये उठाओ साज पुनः तुम,सरगम नया सजाना है।सपनों का संसार हकीकत,की धरती पर लाना है॥प्रिय की प्रीत निभाना है,गीत मिलन के गाना है॥ अधरामृत…

Comments Off on प्रिय की प्रीत निभाना है

हमारी आन तिरंगा

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)********************************************************************* तिरंगा हमारी आन है,हिन्दुस्तान की पहचान है।जिसकी रक्षा के के लिए,तैयार हर जवान है।भारत माँ की खातिर माँ,बेटों को करती कुर्बान है।आँच न आए वतन पे,तत्पर रहते…

Comments Off on हमारी आन तिरंगा

माँ भारती की आरती

निर्मल कुमार शर्मा  ‘निर्मल’ जयपुर (राजस्थान) ***************************************************** स्वतंत्र व्योम है,स्वतंत्र है सलिल सुहावनी,स्वतंत्रता के गीत,आज मलयानिल सुना रही।धानी चुनर में है सजी,माँ भारती,माँ भारती, माँ भारती,आओ मिल के गावें,इसकी आरती॥ दग्ध…

Comments Off on माँ भारती की आरती

राधे के मन श्याम

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)******************************************************************** (रचना शिल्प:१६/११)श्याम बसे राधा के मन में,यदु नंदन घन श्याम।हुई बावरी दर्शन खातिर,ढूँढे सुबह व शाम॥ वन-वन फिरती प्रेम दिवानी,कालिंदी के पास।लगन लगे लीलाधारी से,एक…

Comments Off on राधे के मन श्याम

हम आजाद हुए!

रोशनी दीक्षितबिलासपुर(छत्तीसगढ़)********************************************************************* मेरे देश तुझे आज़ाद हुए,कहने को ७३ साल हुए हैं।पर आज भी कितनी जंजीरों में,हम भारतवासी जकड़े बैठे हैं।मन में आता एक ही प्रश्न-क्या सचमुच,क्या सचमुच हम आज़ाद…

Comments Off on हम आजाद हुए!

शहीदों की कुर्बानी

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** वतन परस्ती लहू-लहू में,वीरों ने दी बलिदानी।हिंदुस्तान की आजादी में,याद रहेगी कुर्बानी॥ मंगल पांडे थे शहीद जो,सच्चे थे क्रांतिकारी,भारत माँ पर मिटने वाले,देश आज है आभारी।खुदीराम…

Comments Off on शहीदों की कुर्बानी

जनरल नॉलेज

मीरा जैनउज्जैन(मध्यप्रदेश) ********************************************************** 'ओ हो पापा! देखो-देखो कितने सैनिक मारे गये…l' इतना कहते-कहते सम्यक की आँखों में आँसू छलछलाने लगेl उसे इस तरह रोता देख सांत्वना देने के बजाय विकास…

Comments Off on जनरल नॉलेज