मधुर है संयुक्त परिवार
प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) *********************************************************************** चूस-चूस कर फूलों का रस,मधुमक्खी शहद बनाती है,दादा-दादी उसी तरह,संयुक्त परिवार बनाते हैं। बच्चों की किलकारी,दादा-दादी का प्यार,ऐसे ही मधुर है,मेरा संयुक्त परिवार। ताऊ जी की कहानी,चाचा जी का दुलार,मीठे-मीठे शहद की तरह,हैं हमारा परिवार। सब मिलकर साथ रहते,करते हँसी-ठिठोली,छोटे-छोटे बच्चों की,मीठी लगती है बोली। एकांकी जीवन में रह … Read more