माँ
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* माँ तेरा प्यार सरसता देता। जो दु:ख को नीरस कर देता। आते ही स्मरण माँ तुम्हारा- जग के दारुण दु:ख हर लेता। कैसे तेरा प्यार…
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* माँ तेरा प्यार सरसता देता। जो दु:ख को नीरस कर देता। आते ही स्मरण माँ तुम्हारा- जग के दारुण दु:ख हर लेता। कैसे तेरा प्यार…
अवधेश कुमार ‘अवध’ मेघालय ******************************************************************** जब से मूलभूत आवश्यकताओं के अभाव में लोगों के मरने की समस्या खत्म हुई है,मानव जनित एक नई समस्या ने आकर समाज को घेर लिया…
दिल्ली। साहित्यिक संस्था काव्य सृजन महिला मंच द्वारा ३० जून को दिल्ली स्थित एनडी तिवारी भवन में कवियित्री डॉ.संगीता शर्मा का जन्मदिन मनाया गया। तत्पश्चात भव्य काव्य गोष्ठी भी हुई।…
अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* बरसों पुरानी एक कहावत है-'बोए पेड़ बबूल कॆ,आम कहाँ से होए',जो नापाक इरादों कॆ मालिक देश पाकिस्तान पर सटीक बैठी है। जी हाँ,क्योंकि भारत का…
डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’ अल्मोड़ा(उत्तराखंड) ****************************************************************************** बरसात का मौसम तो आया पर, बारिश की फुहार शुरू नहीं हुई अभी। रोज बादल आते हैं, गरजते हैं और कहीं ना कहीं बरसते भी…
सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली देहरादून( उत्तराखंड) ******************************************************* एक तेरा तो साथ मुझे ही, सारे जहां से प्यारा है। रूह का रिश्ता हम दोनों का, इसीलिए तो न्यारा है। हर पल-हर क्षण…
डॉ. लखन रघुवंशी बड़नगर(मध्यप्रदेश) ************************************************** छूट जाता है हर बार कोई सिरा, कि छोड़ दिया जाता है जानते हुए भीl शुरू करने के लिए कुछ तो चाहिएगा की उम्मीद लिए…
ममता बैरागी धार(मध्यप्रदेश) ****************************************************************** आज मुस्कुरा कर चल दिए नन्हें-मुन्ने, हाथों में पानी की बोतल,और कांधे पर बस्ता है। छोटे-छोटे कदम बढ़ाकर,चल पड़े इस जग की राह, आँखों में हैं…
शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’ रावतसर(राजस्थान) *********************************************************************************- बारिश का मौसम चेहरों पर खुशियाँ लेकर आया, हर चेहरा खिल उठा रहा था पहले जो मुरझायाl बादल गरजे बिजली चमकी,चली पुरवाई, लगे झूमने…
अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** साथ तेरा अगर पायेंगे दूर तक। तब यक़ीनन सनम जायेंगे दूर तक। उलझनों से निजी जब उबर पायेंगे, देख तब ही कहीं…