शुभ जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी आदेश कुमार गुप्ता 'पंकज' जी का ३० जून को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..
हिन्दीभाषा.कॉम मंच के रचनाकार साथी आदेश कुमार गुप्ता 'पंकज' जी का ३० जून को शुभ जन्मदिन है..इस पटल के माध्यम से आप उनको शुभकामनाएं दे सकते हैं…..
डॉ.चंद्रदत्त शर्मा ‘चंद्रकवि’ रोहतक (हरियाणा) ******************************************************* आरती श्रद्धा-विश्वास स्रोत है, भक्ति-शक्ति से ओतप्रोत है। जो आरती हृदय समाता है, पत्थर भी पूज्य हो जाता है। आरती शक्ति का मन्त्र है,…
तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** महानगरों के मामले में गांव-कस्बों में रहने वाले लोगों के मन में कई तरह की सही-गलत धारणाएं हो सकती हैं,जिनमें एक धारणा यह…
ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** परिभाषा मजदूर की,पूछ रहे हैं आप। 'बबुआ' इतना जानिए,जीवन का अभिशाप॥ दीन-हीन कुंठित पतित,भूखा फिर लाचार। बबुआ है मजदूर का,इतना-सा व्यापार॥ सभी सृजन के मूल…
कृष्ण कुमार सैनी ‘राज’ दौसा(जयपुर ) *************************************************** पूज्य पिता जी की बाँहों में, जीने का किरदार छिपा हैll ममतामई माँ के 'रिश्ते' में, अमर प्रेम संसार छिपा हैll बहिना के…
डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात ) **************************************************************** जब देखती हूँ मैं उगते सूरज को, उनकी बेचैनी उनकी तड़प, उनकी जीने की चाहत और दीनता उनकी अंधेरे से लड़ाई, सबका सब…
बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़) ******************************************************************** (रचनाशिल्प:फाऊलुन×४, १२२ १२२ १२२ १२२) कहीं तुम मुझे यूँ भुला तो न दोगे। कि सपने सुहाने जला तो न दोगे॥ कयामत की रातें…
डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** नयी शिक्षा नीति ने यह स्पष्ट कह दिया है कि हम हिंदी नहीं थोपेंगे किसी भी प्रान्त या भाषा पर। यह बहुत सही निर्णय है,जिस प्रकार…
दुर्गेश राव ‘विहंगम’ इंदौर(मध्यप्रदेश) ************************************************** तरु से गिरा पत्ता तल में आ गिरा तरु के, समीर के संग, उड़ता चला जाए नहीं चलती कोई सत्ता, राह में धूल से लपेटे…
नरेंद्र श्रीवास्तव गाडरवारा( मध्यप्रदेश) ***************************************************************** सलाद, दही बड़े, रसगुल्ले, जलेबी, पकौड़े, रायता, मटर पनीर, दाल, चावल, रोटी, पूरी के बाद... ज्यों ही मैंने प्लेट में पापड़ रखा, प्लेट से रहा…