जवां हो प्यार नित अपना

अवधेश कुमार ‘आशुतोष’ खगड़िया (बिहार) **************************************************************************** चलो खेलो पिया होली,बना लो रंग पानी का, लगा दो रंग गालों पर,मजा ले लो जवानी काl महक फैली हुई चहुँदिस,यहाँ मधुमास का देखो,…

Comments Off on जवां हो प्यार नित अपना

अक्षय कुमार के प्रशंसकों के लिए खुशख़बरी…कई फिल्में दिखेंगी

इदरीस खत्री इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************* दोस्तों,अक्षय 'खिलाड़ी' कुमार एक ऐसे अभिनेता हैं जो कभी नम्बर की दौड़ में शामिल नहीं हुए,न ही पुरस्कार की दौड़ में,साथ ही न उन्होंने इस बात…

Comments Off on अक्षय कुमार के प्रशंसकों के लिए खुशख़बरी…कई फिल्में दिखेंगी

तेरे प्यार के रंग में

शिवांकित तिवारी’शिवा’ जबलपुर (मध्यप्रदेश) ******************************************************************** तुम्हारे प्यार का ऐसा है छाया रंग मुझपे, कि आता है नजर रंगीन ये सारा जहाँ। तुम्हारे रंग में अब मैं रंगारंग हो गया हूँँ,…

Comments Off on तेरे प्यार के रंग में

हम बचाएंगे बेटों को…

दीपेश पालीवाल ‘गूगल’  उदयपुर (राजस्थान) ************************************************** हम उस देश के निवासी है जहां बेटी को लक्ष्मी कहाँ जाता है,घर-घर बेटी को पूजा जाता है,बेटी को दुर्गा काली का अवतार माना…

Comments Off on हम बचाएंगे बेटों को…

साहित्यकार ‘कल्पेश’ को मिला ‘काव्य दिग्गज अलंकरण’ 

उदयपुर(राजस्थान) | मधुशाला साहित्यिक परिवार द्वारा रंगोत्सव के उपलक्ष में अखिल भारतीय ऑनलाइन कवि सम्मेलन आयोजित किया गया,जिसमें भारतवर्ष के कवि-कवयित्री सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में जयपुर से रिखबचन्द राँका 'कल्पेश'…

Comments Off on साहित्यकार ‘कल्पेश’ को मिला ‘काव्य दिग्गज अलंकरण’ 

ग़म का विष कोई पीना नहीं चाहता

भानु शर्मा ‘रंज’ धौलपुर(राजस्थान) ***************************************************************** प्रीत की सुधा सबको चाहिए मगर, ग़म का विष कोई पीना नहीं चाहता। इश्क में डूबने की बात करते बहुत, कोई तूफां से लड़ना नहीं…

Comments Off on ग़म का विष कोई पीना नहीं चाहता

पेड़ पुकारते हैं

डाॅ.आशा सिंह सिकरवार अहमदाबाद (गुजरात )  **************************************************************** पेड़ पुकारते हैं, जब रात में सो रहे होते हैं पेड़ धूप और चिड़िया के स्वप्न में डूबे होते हैं, वे आरियाँ चलाते…

Comments Off on पेड़ पुकारते हैं

मौत जिंदगी से मरती है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* शायद यह सही कहा है,किसी गरीब के दिल ने यंहा मौत मंहगी है और जिंदगी सस्ती होती है, गगनचुंबी आलीशान,अट्टालिकायें खड़ी है जहां उनके पीछे…

Comments Off on मौत जिंदगी से मरती है

समाज का सामयिक चित्रण है ‘गणित का पंडित’

रामप्रसाद राजभर केरल ************************************************************* 'गणित का पंडित' युवा कहानीकार विक्रम सिंह का प्रकाशित नया कहानी संग्रह है। इस संग्रह में उनकी चर्चित कहानियों में से १४ को चयनित किया गया…

Comments Off on समाज का सामयिक चित्रण है ‘गणित का पंडित’

उत्सव मनाइए

मनोरमा चन्द्रा रायपुर(छत्तीसगढ़) ******************************************************** होली पर्व रंग संग, मना लेवें भीगे तन, हर मन खुशी छायी, उत्सव मनाइये। मिल-जुल सब संग, उमंगित हो मगन, अवगुण का समन, सभी कर जाइये।…

Comments Off on उत्सव मनाइए