गुरु वंदन

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** गुरु हमारे श्रेष्ठ जग में, भाव वंदन कीजिए।ज्ञान अविरल है बहाते, चरण मस्तक लीजिए।दे रहे शिक्षा हमें नित, अपने सुंदर ध्येय से।भाग्य सबका ये गढ़े है,…

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प्यार तेरा नहीं मिला

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ तेरे लिए जीए हम,प्यार तेरा नहीं मिला बहुत सहा लोगों के,हर एक सितम कोप्यार तेरा नहीं मिला...। दुआ हमने मांगी थी,कि तेरा साथ मिलेगा पर वक्त ने…

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राम ही राह

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** राम ही प्राणमर्यादा का पर्यायराम ही धाम। सत्य सूरतराम का जीवनकर्म मूरत। राम ही राहबनें जीवन-राजासबकी चाह। पुरूषोत्तमवचन है निभायाराम उत्तम। दुःख तमाममिला वनवास भीसंतोषी राम। है…

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कृपा आप कीजिए

सरोजिनी चौधरीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************** शीश चन्द्र हैं सजाए,सर्प कंठ लटकाएआशुतोष कृपावंत,कृपा आप कीजिए। अंग भभूति लगाए,गंग जटा में समाएभोलेनाथ त्रिपुरारी,आप सुधि लीजिए। हाथ में त्रिशूल साजे,बाँए अंग गौरा राजेशिव शंभू भोलेनाथ,मुझको…

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कहानी प्रतियोगिता के परिणाम जारी

जयपुर (राजस्थान)। 'साहित्य समर्था' पत्रिका द्वारा आयोजित अखिल भारतीय डॉ. कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता २०२३ के परिणाम जारी कर दिए गए हैं। इसमें प्रथम पुरस्कार रेणू मंडल (मेरठ), द्वितीय नीलिमा…

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स्व. खरे की याद में हुई काव्य गोष्ठी

जबलपुर (मप्र) सशक्त हस्ताक्षर की कवि गोष्ठी श्री जानकी रमण महाविद्यालय में हुई। संस्थापक गणेश श्रीवास्तव 'प्यासा' ने सभी अतिथियों व कवियों का अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य यशोवर्धन…

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छलक आए आँसू

कमलेश वर्मा ‘कोमल’अलवर (राजस्थान)************************************* क्यों छलक आए हैं मेरी आँखों से ये आँसू ?रोकना चाहती हूँ, फिर भी आ ही जाते हैं ये आँसू। कोई क्यों नहीं पहचानता मेरे जज्बातों…

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कड़े मुकाबले में संजय एम. वासनिक और हरिहर सिंह चौहान बने प्रथम विजेता

इंदौर (मप्र)। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धाओं की श्रृंखला जारी है। इसी क्रम में 'अस्तित्व बनाम नारी' विषय पर आयोजित ७९वीं स्पर्धा में उत्कृष्ट रचना उकेर कर पद्य…

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नसीब मेरा

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* रचनाशिल्प: १२१२-२१२-१२२-१२१२-२१२-१२२... मिले कभी तो मुझे मुहब्बत, सजा सके जो नसीब मेरा।जिसे जरूरत मुहब्बतों की, बना रहे वो हबीब मेरा। मिटे न मुश्किल मिले न…

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अन्तर्मन की पुकार

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* लोकतंत्र का पर्व है, अवसर जन अधिकार।अन्तर्मन जनमत समझ, भारत करे पुकार॥ पुकार रही माँ भारती, तरुण वीर सन्तान।शंखनाद अरिघात कर, उठो करो मतदान॥…

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