काली स्याही-उजले पन्ने
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *********************************************** लिखता है कवि मन जीवन भर,काली स्याही उजले पन्नेसुख-दु:ख हर गम खुशी अधर,संवेद पीड़ काले पन्ने। उत्थान पतन दर्पण जीवन,रोग शोक विपद लिखते पन्नेमंजिलें…