अच्छे काम करो

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ काम है बहुत तो थोड़ा आराम करो।कुछ वक़्त तो ख़ुद के ही नाम करो। प्यासे की प्यास बुझाकर,भूखे को रोटी दो,वक़्त मिला है तो जुबां से राम-राम करो।…

0 Comments

सूरत दिल में उतर गई

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)**************************** सूरत जो उनकी फूल सी दिल में उतर गई।ख़ुश्बू-ए-मुश्क सारे बदन में 'बिखर गई। आते ही उसने घर में जो उलटा नक़ाबे रुख़,दीवारो 'दर की दोस्तों…

0 Comments

शत्रु जा मिलेगा राख में

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* पूस की हो सर्दियां या गर्मियां बैसाख में।कृष्ण हो या शुक्ल हो तैयार हैं हर पाख में। कारगिल,डुकलाम हो या जंग हो लद्दाख में।शत्रु गर आगे…

0 Comments

क़रार ढूँढती हूँ

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ सेहरा में चमन ए बहार ढूँढती हूँ।तन्हा रहकर मैं भी क़रार ढूंढती हूँ। ये शाम ये मदहोश समाँ ये हवाएँ,खो गया कहाँ मेरा यार ढूँढती हूँ। मेरी मन्नत…

0 Comments

ह़ुस्ने ‘सीरत’

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश)**************************** ह़ुस्ने 'सीरत पे जो भी मरते हैं।कब 'वो सूरत की 'परवा करते हैं। नाज़ 'करती है रात भी उन 'पर,जो दीए तीरगी को हरते हैं। राहे…

0 Comments

फिरकापरस्ती देखो हिन्द में

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* फिरकापरस्ती का सजा बाजार देखो हिन्द में।अब खून से छपने लगे अखबार देखो हिन्द में। कानून का लेकर बहाना कौम का रुख मोड़ने,कुछ खाप के नेता…

0 Comments

दिल चाहता है आसमाँ-सा प्यार

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)******************************************* बे-लौस महब्बत भरा क़िरदार ज़मीं पर।दिल चाहता है आसमाँ-सा प्यार ज़मीं पर। गर इश्क़ में तासीर हो मंज़र है ये मुमकिन,हो अर्श के महबूब…

0 Comments

तुमसे बेहतर

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** माना तुमसे कमतर हैं,कहीं न कहीं हम बेहतर हैं। पहचान हमारी खतरे में,हम शब्दों के बुनकर हैं। वो जज़्बाती अव्वल नंबर है,हम तो जन्म से पत्थर…

0 Comments

समंदर का दर्द

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* समंदर दर्द अपना हर किसी से कह नहीं सकता।करोड़ों मील में फैला मगर वो बह नहीं सकता। तमन्ना यह लिए वो जा बसा मज़लूम आँखों में,सिमटकर…

0 Comments

कठिन रास्तों की चढ़ाई…

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरीकुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ******************************************** कठिन रास्तों की चढ़ाई से डर के,रहोगे नहीं तुम इधर या उधर के। वही देश को अब चलाते हैं यारों,जो मसले किये हल नहीं अपने…

0 Comments