नया सवेरा

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ******************************************************* (रचना शिल्प:मात्रा भार १६+१६ हर पंक्ति) जिस दिन बिटिया घर आएगी,उस दिन नया सवेरा होगा,गोद में आकर मुस्काएगी,उस दिन नया सवेरा होगा। नया-नया अरुणोदय होगा,आँगन में रंगोली होगी,घर भर में खुशियाँ छायेंगी,उस दिन नया सवेरा होगा। खिला-खिला सा मौसम होगा,महक रही होगी फुलवारी,अमुआ पर कोयल गायेगी,उस दिन नया सवेरा होगा। ठुमक-ठुमक … Read more

हो मुबारक ये प्यारी घड़ी

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** आ गया साल इक्कीसवाँ,है सदी भी ये इक्कीसवीं।उम्र को वक्त ने दे दिया,हो मुबारक ये प्यारी घड़ी।आ गया… मेल ऐसा सदी बाद ही,वक्त का हो सकेगा कभी।खुशनसीबी हमारी यही,मिल गया वक्त से जो अभी।हम सभी की है किस्मत बड़ी,हो मुबारक ये प्यारी घड़ीllआ गया… पीढ़ियां बीत जातीं मगर,वक्त ऐसे … Read more

सद्भावों का महा कुम्भ हो

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************** नये वर्ष के नव प्रभात में,नव जीवन का शुभारंभ होlतन पावन हो मन पावन हो,नहीं किसी में द्वेष-दंभ हो। बुरा सुनो मत,बुरा न देखो,बुरा न बोलो मिटे बुराईlऐसा कुछ करके दिखलाओ,रहे जगत में सिर्फ भलाईlऐसा बने चरित्र कि जिसका,एक सत्य ही दृढ़ स्तम्भ हो…ll मित्रों,तुमको सुभग बधाई,नया वर्ष हो अति सुखदाईlभ्रष्टाचार आतंक दूर … Read more

शुभ नव मंगल कामना

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** सुखमय सुरभित जीवन होवे,मनुज हृदय में प्यार हो।मृदुवाणी के मधुर स्वरों से,मनुज स्वप्न साकार होll कर्म-धर्म का पथ हो सच्चा,जग में नित सम्मान हो,स्थान बनाएँ अंतस में सब,जग में शुभ गुणगान हो।नेक कर्म के पथ पर चलकर,जन-जन का उद्धार हो,मृदुवाणी के मधुर स्वरों से,मनुज स्वप्न साकार हो…ll दिव्य ज्ञान से आलोकित … Read more

प्यार के दीपक जलाएं

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)********************************* आगमन नव वर्ष का हम प्यार के दीपक जलाएं।घिर रहा जो हर दिशा में उस अँधेरे को मिटाएं॥ बादलों में रवि ढला है साँझ होने से भी पहले,शीत नर्तन कर रहा है बर्फ के तू वार सह ले।रोशनी के दीप लाकर बांध दें तम की बलाएं,आगमन नव वर्ष का हम प्यार … Read more

साल बीता पुराना

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************************** (रचना शिल्प:२१२ २१२ २१२ २१२) साल बीता पुराना,नया आ रहा।अलविदा और शुभ आगमन पा रहा॥साल बीता पुराना… अलविदा बीसवां साल अब पा रहा,साल इक्कीसवाँ जो दिये जा रहा।साल दो हैं मगर है सदी एक ही,एक जाने को है दूसरा आ रहा।साल बीता पुराना… कुछ दिया है हमें कुछ लिया … Read more

नववर्ष खुशियाँ लेकर आएगा

शिवनाथ सिंहलखनऊ(उत्तर प्रदेश)**************************************** गया वर्ष संघर्षों में बीता,नववर्ष खुशियाँ लेकर आएगा।सपने सबके पूरे होने पर,चहुँओर उजियारा सा छाएगाll गए वर्ष में घर उजड़ गए हैं,देश का धन बर्बाद हो गया,डॉक्टरों व नर्सों ने मिलकर,लिख डाला इतिहास नया,समूचा देश अब जाग चुका है,नहीं कोई भरमा पाएगा।सपने सबके पूरे होने पर,चहुँओर उजियारा सा छाएगाll मानव मन प्रफुल्लित … Read more

जा-जा रे कोरोना काल…

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)********************************************** तुझको विदाई दे रहा नया साल,जा-जा रे कोरोना काल। तूने इस दुनिया को,भारी सताया,जन-जन के मुख पर मुखौटा चढ़ायाहर घर को कारागृह तूने बनाया,कैद किया मानव को,छल-बल दिखाया।फैलाया अपना भ्रम-जाल… भोले जन-जीवन पे हिंसा मचाई,लाखों को मारा,निर्दयता दिखाईकाम-काज रोके,धन दौलत घटाई,दूरी बनाई,मजबूरी बढ़ाई।बना दिया जग को कंगाल… बंद सब मुकाम हुए बंद विद्यालय,बंद … Read more

लोकतंत्र के लाड़ले कवि अटल बिहारी

कन्हैया साहू ‘अमित’भाटापारा (छत्तीसगढ़)*********************************** श्री अटल बिहारी वाजपेई:कवि व्यक्तित्व : स्पर्धा विशेष………. लोकतंत्र के लसित लाड़ले,कविवर अटल बिहारी।राजनीति का सफल सिपाही,जन-जन हैं आभारीll कृष्ण बिहारी के घर जन्में,कोख मातु श्री कृष्णा।भूमि ग्वालियर पर जब आये,बिसरा जग की तृष्णाllसिद्धहस्त कविराज पिताजी,रहे एक अध्यापक।मिला सृजन का गुण वंशागत,जनक काव्य संस्थापकll‘विजय पताका’ पढ़कर तब तो,अटल हुए अनुहारी।लोकतंत्र के … Read more

अशुभ कभी बोलें नहीं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************** अशुभ कभी बोलें नहीं,हो जाता आह्वान। अंतर हृदय पवित्र हो,यह ही सच्चा ज्ञान॥ स्वयं आप में झाकिएँ,कैसा है व्यवहार। धर्म कर्म की राह पर,किया कभी उद्धार। स्वयं प्रशंसा आप कर-रखते झूठी शान। अशुभ कभी बोलें नहीं,हो जाता आह्वान॥ झूठ बोलतें है उसे,सदा दिखाएँ राह। मृदुवाणी ही बोलिए,कभी न होवें डाह। सबसे … Read more