मन की वेदना हरें

अरुण वि.देशपांडेपुणे(महाराष्ट्र)*************************************** मित्रों,हम सब खुद को हमेशा ही संवदेनशील मन का व्यक्ति समझते हैं। यह स्वभाव विशेष हमारा दायित्व बढ़ाने वाला है। मन की पीड़ा,अंतर्मन की वेदना किसी के साथ जब हम साझा करते हैं तो मन का बोझ हलका होता है, लेकिन वर्तमान इतना भयंकर हो गया है कि हमारे बीच का संवाद कम … Read more

क्या `मेडिकल क्वारेंटाइन` भी वास्तव में ‘सूतक’ ही ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** जिस देश ने दुनिया को ‘क्वारेंटाइन’ जैसा शब्द दिया,उसने शायद ही सोचा होगा कि `कोरोना` वायरस जैसी वैश्विक महामारी से उसी देश में चीन के बाद सबसे ज्यादा लोगों की मौतें होंगी और लगभग पूरे देश को क्वारेंटाइन में जाना पड़ेगा। यूरोप में इटली,कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन … Read more

इंसानी भक्षक `कोरोना` बना कुत्ते-बिल्लियों का ‘रक्षक’!

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ***************************************************************** आज जब हमारा देश हिंदू-मुस्लिम वायरस से बाहर नहीं निकल पा रहा,पूरी दुनिया `कोरोना` वायरस के बढ़ते प्रकोप से घबराई हुई है,भारत सहित विश्व के शेयर बाजार धड़ाम से गिर रहे हैं,कच्चे तेल के दाम नीचे जा रहे हैं,चौतरफा आशंका और अपने-आपको बचाने की चिंता है, कोरोना से बचाव के हर … Read more

अब तो संवैधानिक रुप से सिंहासन पर बैठाओ

मनोरमा जैन ‘पाखी’ भिंड(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* हिंदी जानती है उसे सतत् बहते रहना है, बहते-बहते ही उसे यहाँ अक्षुण्ण रहना हैl मर जाते हैं लोग वो जो जड़ से टूटे हों, कर निज भाषा सम्मान जिंदा रहना है…ll १४ सितम्बर,हिन्दी दिवस के लिए उसके सम्मान के लिए समर्पित तारीख। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने भी कहा है कि … Read more

हिंदी के राष्ट्रभाषा बनने की बुनियाद कमज़ोर है क्या ?

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** हिंदी  दिवस स्पर्धा विशेष……………….. सौ बरस से अधिक समय हो गया हिंदी को राष्ट्रभाषा का अधिकार मिले,पर आज भी हिंदी सिर्फ हिंदी मानने वालों के कारण बची हैl महात्मा गाँधी ने १९१८ में अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा था कि-“हिंदी को राष्ट्रभाषा का अधिकारी घोषित करना और दक्षिण भारत में हिंदी … Read more

आत्मा का स्वाभाविक धर्म है क्षमा

क्षितिज जैन जयपुर(राजस्थान) ********************************************************** जैन धर्म में पर्यूषण पर्व के उपरांत ‘क्षमावाणी’ पर्व मनाया जाता है,जिसमें प्रत्येक व्यक्ति अन्य से जाने-अनजाने में किए गए किसी ऐसे काम के लिए क्षमा मांगता है,जिससे उन्हें दुख पहुंचा हो,चाहे वह मन से हो,वचन से अथवा कार्य से। साथ ही,वह अन्य को भी क्षमा करता है। क्षमावाणी ऐसा पर्व … Read more

जिन्दगी हर पल एक नया अवसर

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* हमारी जिंदगी उतार-चढ़ावों से भरी होती है। हम सब सोचते हैं कि यदि अवसर मिलता तो एक बढ़िया और नेक काम करते,लेकिन हमारी बढ़िया या नेक काम करने की इच्छा अधूरी ही रहती है,क्योंकि अक्सर जब हम जिंदगी के बुरे दौर से गुजरते हैं,तब उससे निकलने और जब अच्छे दौर में … Read more

जाकिर का विष सम्पूर्ण मानवता के लिये गंभीर खतरा

ललित गर्ग दिल्ली ******************************************************************* भारत में साम्प्रदायिक सौहार्द एवं आपसी भाईचारे की तस्वीर को रौंदने वाले,हमेशा ही विवादों को अपने साथ लेकर चलते वाले एवं खुद को धर्मोपदेशक कहने वाले जाकिर नाइक इन दिनों मलेशिया में हैं,और वहां वह बड़े विवाद में घिर गए हैं। भारत में उसके खिलाफ सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने और गैरकानूनी … Read more

व्यथा भारतमाता की

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’ धनबाद (झारखण्ड)  ************************************************************************** दोस्तों,सपने में १५ अगस्त २०१९ की सुबह हो गई है। हमें आजाद हुए ७२ वर्ष पूरे हुए। चारों ओर लोग एक-दूसरे को बधाईयाँ देते,झण्डा फहराते,गीत गाते हुए इसकी खुशियाँ मना रहे हैं। सही है दोस्तों,हमें खुशी होनी भी चाहिए,क्योंकि फ़िरंगी यहाँ से भाग चुके हैं। हमें अपना अधिकार … Read more

अपनी चुप्पी तोड़ें…

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** १७ साल की एक लड़की एक विधायक के घर नौकरी के लिए बात करने जाती है और फिर कुछ समय बाद वह बताती है कि विधायक के घर पर उसका शील भंग किया गया…। इसके बाद वह गायब हो जाती है…उसके पिता की पुलिस हिरासत में मौत हो जाती … Read more