आत्म-गौरव के रूप में स्वीकारें वृद्धों को

ललित गर्गदिल्ली************************************** 'विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस' समाज एवं परिवार के निर्माण की दिशा में वरिष्ठ नागरिकों द्वारा किए गए प्रयासों को मान्यता देने के लिए मनाया जाने वाला एक प्रयोजनात्मक…

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कितना बदला जम्मू-कश्मीर…

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** "ऐसे टकटकी लगाए क्या देख रहे हो काका ?""बेटे! वह देख थोड़ी-सी दूरी पर ही पीओके की नीलम वैली। हमारे देश का मुकुट। नदी के एक ओर…

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‘स्टडी इन इंडिया’ से क्या हासिल होगा ?

ललित गर्गदिल्ली************************************** आजकल की शासन व्यवस्थाएं लोक कल्याणकारी एवं संवेदनशील न होकर आर्थिक एवं राजनीतिक प्रेरित होती जा रही है। शिक्षा एवं चिकित्सा जैसी मूलभूल जरूरतों के लिए भी सरकारों…

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शिव एवं शिवत्व:संतापों का शमन

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** देवाधिदेव महादेव के बारे में कुछ भी कहना, सुनना, सुनाना, जानना, समझना- समझाना सूरज के सामने दीपक दिखाने जैसा ही मानना चाहिए । महर्षि वेदव्यास जी २४…

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कई रोगों में बहु उपयोगी ‘मेंहदी’

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)******************************************* मेंहदी की पत्तियों का प्रयोग रंजक द्रव्य के रूप में किया जाता है तथा इसकी सदाबहार झाड़ियाँ बाड़ के रूप में लगाई जाती हैं। स्त्रियों के श्रंगार प्रसाधनों…

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जिंदगी का उद्देश्य एवं सकारात्मक दिशा खोजें

ललित गर्गदिल्ली************************************** उतार-चढ़ाव, हर्ष-विषाद, सुख-दुःख हर इंसान के जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं, लेकिन फिर भी इन जटिलताओं के बीच एक सपना एवं जिजीविषा जरूर होनी चाहिए, जो आपको हमेशा…

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सफल जीवन के लिए जोश भी चाहिए, होश भी

ललित गर्गदिल्ली************************************** सफल लोगों को गौर से देखें तो पाएंगे कि, वे देर तक किसी बात पर अटकते नहीं। क्या मिला, क्या नहीं-हमेशा इसकी शिकायत नहीं करते, संतुलित एवं समतामय…

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भारत में भारतीय भाषाओं का विकास एवं सम्मान

प्रो. महावीर सरन जैनबुलन्दशहर (उत्तर प्रदेश)************************************* राजतंत्र में प्रशासन की भाषा वह होती है, जिसका प्रयोग राजा, महाराजा और रानी, महारानी करते हैं। लोकतंत्र में राजभाषा शासक और जनता के…

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मुकदमों के बोझ से जटिल होता जीवन

ललित गर्गदिल्ली************************************** लोकतंत्र के ४ स्तंभों में से १ न्याय पालिका इन दिनों काफी दबाव में है। उस पर मुकदमों का अंबार लगा हुआ है। देश के सर्वोच्च न्यायालय से…

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सावन मास का पावन पर्व

प्रो. लक्ष्मी यादवमुम्बई (महाराष्ट्र)**************************************** पावन सावन-मन का आँगन... 'बदरा आ…हाय…बदरा छाए केझूले पड़ गए हाय, कि मेले लग गए हाय…मच गई धूम…रे किआया सावन झूम के…।'४ ऋतु में से वर्षा…

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