बलात्कारियों को फांसी दी जाए

डॉ.वेदप्रताप वैदिक गुड़गांव (दिल्ली)  ********************************************************************** जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बकरवाल समुदाय की एक मुस्लिम लड़की के साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। वह लड़की सिर्फ आठ साल की थी। उसे एक मंदिर में ले जाकर नशीली दवाइयां खिलाई गईं और फिर उक्त कुकर्म किया गया। उन अपराधियों पर … Read more

ऊर्जा और शक्ति का उपयोग सही दिशा में कीजिए

सत्यम सिंह बघेल लखनऊ (उत्तरप्रदेश) *********************************************************** संसार में ऐसी कोई भी वस्तु नहीं,जिसकी प्राप्ति मनुष्य के लिए असम्भव हो। प्रयत्न और पुरुषार्थ से सभी कुछ पाया जा सकता है,किन्तु हम अपनी अधिकांश शक्ति तथा ऊर्जा को व्यर्थ की बातों और कामों में गवां देते हैं, जबकि हम अपनी ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग करके … Read more

अलीगढ़ काण्ड अमानवीयता की चरमोत्कर्ष घटना

डॉ.अरविन्द जैन भोपाल(मध्यप्रदेश) ***************************************************** इस देश में जितनी गंगा- जमुनी तहज़ीब की प्रशंसा और दुहाई दी जाती है,और उसके विपरीत कृत्य होते हैं तो इसका क्या आशय हो सकता है ? एक क्षण की भूल जिंदगीभर के लिए गुनहगार बना देती है। कहते हैं कि रमजान का महीना बड़ा साक-पाक माना जाता है,जिस दौरान कोई … Read more

लोकतंत्र का अपमान है दल बदलना

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’ कानपुर(उत्तर प्रदेश) ***************************************************** किसी एक दल के चुनाव निशान और नीतियों पर चुनाव जीत कर चुनाव बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया का खुला अपमान है। चुनाव जीतने के बाद दूसरे दल में शामिल हो जाना मतदाताओं की भावनाओं के साथ एक खिलवाड़ है। इसकी इजाज़त किसी … Read more

इतना बवाल न मचाएं,हिंदी सबकी

डॉ.साकेत सहाय ***************************************************************** शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल……… हिंदी आजादी के बाद से ही नेतृत्व की कुबुद्धि की वजह से अंग्रेजी से पराजित होकर भारतीय भाषाओं की सौतन बनकर उभरती है। भले वह सौतन हो या नहीं। समस्या यह भी है हिंदी को लेकर कई काल्पनिक धारणाएं मौजूद हैं,जिनसे किसी … Read more

हिंदी भाषा का अपने क्षेत्रों में वर्चस्व जरुरी

प्रो.जोगा सिंह विर्क *************************************************************** शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल…….. आदरणीय,वास्तविक समस्या यह है कि हिंदी विरोधियों का विरोध तो यह कहकर किया जाता है कि यह सब राजनीति है (जो बात बहुत हद तक सही है),पर हिंदी समर्थकों की राजनीति का विरोध नहीं किया जाता। हिंदी समर्थक हिंदी विरोधियों के … Read more

चुनौतियों से घबराएँ नहीं, सफलता के लिए सतत बढ़ते रहें

सत्यम सिंह बघेल लखनऊ (उत्तरप्रदेश) *********************************************************** बहती हुई नदी को देखिये,ध्यान से देखें और चिंतन कीजिये। नदी बहुत तेजी के साथ अपने उदगम स्थल से बहना शुरू करती है। शुरुआत में बहुत छोटा रूप होता है,बिल्कुल छोटा-सा रूप। छोटी-सी धारा के साथ बहना शुरू करती है,जैसे-जैसे आगे बढ़ती है उसका रूप विस्तृत होता जाता है,वह … Read more

विशुद्ध राजनीति है अंग्रेजी को बढ़ाने की

डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’  मुम्बई (महाराष्ट्र) ********************************************************** शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल……. प्रश्न यह है कि अंग्रेजी समर्थक एक शक्तिशाली वर्ग जिसने संविधान सभा के निर्णय के पश्चात भी संविधान के अनुच्छेद ३४३ में इस प्रकार का प्रावधान करवाया कि संविधान लागू होने के १५ साल के बाद भी अंग्रेजी के प्रयोग … Read more

विरोध विशुद्ध राजनीतिक और स्वार्थों से प्रेरित

नवेंदु वाजपेयी ******************************************************************* शिक्षा नीति २०१९ के प्रारुप पर भाषा को लेकर बवाल…….. तमिलनाडु में दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा तथा अन्य संस्थाओं के जरिए हिंदी सीखने के लिए पंजीयन करने वालों का प्रतिशत बढ़ा है। यह केवल राजनीति प्रेरित विरोध है और इसका पुराना इतिहास रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रारूप में भारत … Read more

राहुल गांधी,हारे को हरिनाम

राकेश सैन जालंधर(पंजाब) ***************************************************************** आचार्य रजनीश ने कहा है कि धन्य हैं वे जिन्हें हार नसीब होती है,ईश्वर उस खुशनसीब को ही यह उपहार देता है जिसे जीना सिखाना चाहता है। तुलसी पत्नी प्रेम में हारे न होते तो उन्हें राम न मिलते,मंडन मिश्र शास्त्रार्थ में जीत जाते तो शंकराचार्य के सान्निध्य से वंचित रहते। … Read more