जलवायु संकट:अमीर देशों की उदासीनता खतरनाक

ललित गर्गदिल्ली************************************** जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए अमीर एवं शक्तिशाली देशों की उदासीनता एवं लापरवाह रवैया एक बार फिर मिस्र के अंतरराष्ट्रीय जलवायु शिखर सम्मेलन में देखने…

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भाषा संयम खोती राजनीति

अब्दुल हमीद इदरीसी ‘हमीद कानपुरी’कानपुर(उत्तर प्रदेश)********************************************* इस सत्य को कोई भी नकार नहीं सकता है कि, जिस समाज की भाषा में सभ्यता होती है, उस समाज में भव्यता और दिव्यता…

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साहस से ही संसार की राह

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* साहस-उत्साह-हिम्मत.... साहस-उत्साह हर जीव के लिए एक आवश्यक मानसिक शक्ति, विचार या आत्म प्रदत्त भाव या बल है, जो शारीरिक बल में या परिस्थितियों में…

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महत्वपूर्ण सवाल ‘हम कब सुधरेंगे ?’

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** श्रद्धा हत्याकांड... अभी कुछ दिन से जो पढ़ने में आ रहा है, वह यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि क्याहमारी पीढ़ी अपने बच्चों के…

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दोष राहुल का नहीं, पट्टी पढ़ाने वालों का

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* राहुल गांधी की अच्छी-खासी भारत-यात्रा चल रही है, लेकिन पता नहीं क्या बात है कि वक्त-बेवक्त उसमें वे पलीता लगवा लेते हैं। पहले उन्होंने जातिय-जनगणना के सोए…

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समाज के लिए यह सम्बन्ध ठीक नहीं

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** हिंदुस्तान के माथे पर आज एक और कलंक आफताब और श्रद्धा की 'लिव इन रिलेशनशिप' की कहानी के दर्दनाक अन्त से लगा है। आज के इस…

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दूषित कार्मिक सम्बन्धों की समाप्ति से ही स्वर्णिम युग

मुकेश कुमार मोदीबीकानेर (राजस्थान)**************************************** अनन्तकाल से संसार में अनेक मनुष्यात्माओं का आना-जाना चला आ रहा है। साकार मनुष्यलोक में आते ही हमारा अन्य आत्माओं से सम्बन्ध जुड़ जाता है। आध्यात्मिक…

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पते की बात कही मुख्य न्यायाधीश और गृह मंत्री ने

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* आज देश के किसी न्यायाधीश या नेता की हिम्मत नहीं पड़ती कि भाषा के सवाल पर वे इतनी पुख्ता और तर्कसंगत बात कह दें। मुख्य न्यायाधीश धनंजय…

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दुनिया को सहनशीलता की आज ज्यादा जरूरत

ललित गर्गदिल्ली************************************** 'विश्व सहनशीलता दिवस' (१६ नवम्बर) विशेष शांति, लोकतंत्र-व्यवस्था और सतत विकास प्राप्त करने के लिए सहनशीलता एक आवश्यक शर्त है। इंसान, विशेषतः युवा पीढ़ी में जल्द उत्तेजित हो…

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मानसिक शांति का सर्वश्रेष्ठ सूत्र ‘न्यूनतमवाद’

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** थोड़ा है, ज्यादा की जरूरत नहीं' के सिद्धांत पर जापान चल रहा है। बड़े घर, बड़ी गाड़ियाँ, बड़ी जमीनों को तिलांजलि दे रहे हैं। यहाँ कें लोगों ने…

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