लज्जा हीन

स्मृति श्रीवास्तव इंदौर (मध्यप्रदेश)********************************************* ‘हैलो! रजनी सब तैयारी हो गई ना ? कितना पैसा इकट्ठा हुआ है ? उसे एक लिफाफे में रख लेना,खुले पैसे देना अच्छा नहीं लगेगा।’रजनी ने जैसे ही फोन उठाया उसे सामने से केदार भाई साहब की आवाज सुनाई दी।रजनी- ‘जी भाई साहब,आप चिंता ना करें। सब तैयारी हो गई है … Read more

हमसफ़र

शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* मन की किताब पर एकांतवास पसरा हुआ था। देवनार के वृक्ष की जड़ें चारों ओर मन की ज़मीं पर फैलीं हुई थीं। दुश्वारियों के रेले को दुनिया की भीड़ में अकेला खींचने का बरबस खेलने मैं स्वयं को उस्ताद समझ रहा था। परिपूर्णता की तलाश में स्वप्नों की राह पर अकेला … Read more

ममता का आँचल

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** दीपावली पर्व स्पर्धा विशेष …… बुजुर्ग दया बहुत गरीब थी। अकेली रहती थी, बस मिट्टी से घड़े,दीपक आदि बना कर कैसे भी गुजर-बसर करती थी। पिछले साल ‘कोरोना’ की आपदा क्या आई,पड़ोस में रहने वाली विधवा शीला ३ बच्चों को छोड़ कर ‘कोरोना’ के गाल में समा गई। तीनों बच्चे अनाथ हो … Read more

तालमेल

मधु मिश्रानुआपाड़ा(ओडिशा)******************************** “दादी माँ…देखिए,आज गरबे के लिए मेरा लहंगा कैसा लग रहा है…? पता है दादी माँ,मेरा ये लहंगा न मम्मी ने ख़ास गुजरात से मंगवाया था..!” अपने पूरे लंहगे का लुक दिखाते हुए चहक कर मेघा पूरा गोल घूम गई।“अरे वाह,ये तो बहुत सुन्दर लग रहा है,और तुम भी तो प्यारी लग रही हो…पूरी … Read more

हद हो गई

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** इस आपदा ने मन-मस्तिष्क तोड़ कर रख दिया। पहले कभी ना देखा,ना सुना कि,तालाबंदी क्या बला है। कर्फ्यू तो बहुत देखा,कुछ शहरों में आए- दिन दंगे होते रहते थे। शायद कर्फ्यू में तो ऐसा डर नहीं था। लोग पुलिस से डर कर गलियों में से छुपते-छुपाते मित्रों के घर ताश की टोली … Read more

तन्त्र-मन्त्र

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** आज लाइब्रेरी से लौटने में शोभित को कुछ अधिक ही देर हो गई। सारे दोस्त रास्ते से ही अलग-अलग हो जाते थे। यूनिवर्सिटी से घर आने में बीच में काफी सुनसान रास्ता पड़ता था। बारिश का मौसम था,जैसे ही सब दोस्तों को छोड़ कर आगे बढ़ा,एक दम से बिजली कड़कड़ाने लगी और … Read more

बाल विवाह

डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* आज लालती का विवाह हुए २ महीने बीत चुके थे। उन दिनों विवाह के बाद गौने का रिवाज था। लालती का विवाह १० वर्ष की उम्र में कर दिया गया था,दूल्हे की उम्र १२ वर्ष की थी। लंबे घूँघट की आड़ में रात भर जागकर विवाह मंडप में बैठना बहुत … Read more

मैं जीत गई

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** आज मिश्रा जी के घर में फिर हलचल दिखाई दे रही थी । हर चार-पांच महीन बाद ऐसा माहौल रहता,फिर शान्त हो जाता । मेरे पड़ोसी थे। अच्छे व्यवहारिक लोग थे। उनकी बड़ी बेटी सलोनी बहुत ही होशियार व समझदार बच्ची थी। मेरी अच्छी छोटी दोस्त भी,बस उसमें एक ही कमी थी … Read more

मेरी भगवान

डॉ. वंदना मिश्र ‘मोहिनी’इन्दौर(मध्यप्रदेश)************************************ मेरा विद्यार्थी जीवन स्पर्धा विशेष …….. आज नीरा अपनी बालकनी में बैठी-बैठी अपने विद्यालय के दिन याद कर रही थी,क्योंकि आज उसकी बहुत पुरानी सहेली प्रीति का फोन आया जो उसे अपने बचपन में ले गया। यह उन दिनों की बात है,जब मासूमियत से भरे बचपन के दिन,गाँव की कच्ची सड़कें … Read more

कुछ ना कहो

डॉ.मधु आंधीवालअलीगढ़(उत्तर प्रदेश)**************************************** सुगुनी का विवाह अपने से बड़ी उम्र के आदमी किशना से हो गया था। किशना अच्छा पैसे वाला शख्स था। उसका बहुत पैसा सुगुनी के बाप राम चन्द्र पर उधार था। राम चन्द्र कैसे भी उस पैसे को नहीं चुका पा रहा था। किशना की पहली बीबी चार बच्चों को छोड़ कर … Read more