करे जागृत
अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** ‘कविता’ तो हैजीवन की सरिताभाषा की नदी। ‘कविता’ ज्ञानमन से मन जोड़तीस्त्रोत महान। स्वर ‘कविता’बोलती हृदय सेविचार-भाव। करे ‘कविता’सदा आत्मा जागृतदेती है शिक्षा। शब्द सौन्दर्यरचती कई गुण‘कविता’ खान। आदर्श यह‘कविता’ संगीत भीमूल्य खजाना। ये सम्वेदनासुनाती हर पीड़ाखुशी ‘कविता’। जरिया यहदिल से दिल तकरस ‘कविता’। जग भावना‘कविता’ से दुनियाप्रेम-प्रार्थना॥