बिन पैसों के…
संजय वर्मा ‘दृष्टि’ मनावर(मध्यप्रदेश)**************************************** रोशनी से जिंदगी... कठिनाईयों में,सोचने की शक्तिआर्थिक कमी से बढ़ जाती,संपन्न हो तो सोच की।फुरसत हो जाती गुम,अपनी क्षमता अपनी सोचबिन पैसों के हो जाती बोनीपैसे हो…