चुनावी चकमक-जै खद्दर धारी…

अनुपम आलोक उन्नाव(उत्तरप्रदेश) ****************************************************************** जै खद्दरधारी,भइया...जै खद्दर धारी, वरदहस्त हो तुम्हरा...विपत्ति टरै सारीl भइया...जै खद्दरधारीll देख चुनावी मौसम...फौरन प्रकट भए, जीत इलेक्शन भाई,सब-कुछ गटक गएl जातिवाद के पोषक,शकुनि के अवतारी,…

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ममतामयी ऐसी मेरी वसुंधरा

सुबोध कुमार शर्मा  शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… जिसका आँचल है रत्नों से भरा, ममतामयी ऐसी मेरी वसुंधरा। ऋण तेरा कैसे चुकायेंगे हम, सौंदर्य वरदान है तुमने दिया।…

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पवन पुत्र हनुमान

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’  छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************************************* जिनके हृदय में राजते श्री राम हैं, अंजनी नंदन पवन पुत्र हनुमान हैंl प्रभु के संकट हर कहलाये संकटमोचन, सागर तर के…

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विपदा भू पर आई

मालती मिश्रा ‘मयंती’ दिल्ली ******************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… धरती से अम्बर तक देखो, घटा धुएँ की छाई। दसों दिशाएँ हुईं ष्रदूषित, विपदा भू पर आई। नदियाँ-नाले एक हो…

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धरा पर जीवन है अनमोल

कैलाश भावसार  बड़ौद (मध्यप्रदेश) ************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… धरा पर जीवन है अनमोल, धरा पर जीवन है अनमोल- जल कण लेकर सोना उपजे समझो इसका मोलl धरा पर…

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धरती माँ की करुण कहानी

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’  इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ************************************************************** विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष……… धरती माँ की करुण कहानी, ग्लोबल वार्मिंग तुम्हें बतानी। रोज काटते पेड़ अनेक, क्षरित हो रहे पर्वत देखो…

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सूरज कैसा..

एन.एल.एम. त्रिपाठी ‘पीताम्बर’  गोरखपुर(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** ऐ मुसाफिर जाग, ज़रा देख आज सूरज कैसा, सुर्ख रूतबा कहीं कहीं घने कोहरे में रुसवा, उड़ती धूल में कहीं धुंध जैसा॥ तल्ख़ तूफ़ान…

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बिरहन बेचारी

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’  छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश) ********************************************************************************************* विश्व धरा दिवस स्पर्धा विशेष…………… मैं थी इक धरती न्यारी-सी, अपने सूरज की प्यारी-सीl मुझको प्रियतम का प्रेम मिला, मेरे आँचल में…

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किया है हमेशा,करेंगे किसानी

वकील कुशवाहा आकाश महेशपुरी कुशीनगर(उत्तर प्रदेश) ****************************************************************** भले ही हमारी कठिन जिन्दगानी, किया है हमेशा,करेंगे किसानीl विवेकी मनुज हो अनारी हो कोई, कि धनवान हो या भिखारी हो कोईl सभी को…

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नाहक ही मत ढूँढो खुशबू

ओम अग्रवाल ‘बबुआ’ मुंबई(महाराष्ट्र) ****************************************************************** चाह रहे हैं जग में हमको,मान और सम्मान मिले, बल वैभव हो मान प्रतिष्ठा,और उचित पहचान मिले। किन्तु समर्पण में बोलो कब,हमने जीवन हारा है,…

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