किसान विधेयकों पर व्यर्थ का टकराव

ललित गर्गदिल्ली ******************************************************* राज्यसभा में विपक्ष द्वारा कृषि विधेयकों के विरोध प्रकट करने का असंसदीय एवं आक्रामक तरीका,सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच तकरार,८ सांसदों का निलंबन और इन स्थितियों से…

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कट्टरता यानि दृढ़ता,धर्म का उन्माद नहीं

अरशद रसूलबदायूं (उत्तरप्रदेश)**************************************************** मौजूदा दौर में 'कट्टर' शब्द का एक नया मतलब सामने आया है। इस शब्द का विकसित नया अर्थ राजनीति में भी खूब प्रचलित हुआ है। सकारात्मक रूप…

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फिल्म उद्योग में नशीले पदार्थों की भूमिका की जांच जरुरी

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ***************************************************** फिल्म जगत में ही नहीं,बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थों की भूमिका की जांच होनी चाहिए,ताकि मालूम हो सके कि भारत में ये…

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अस्तित्व की खोज

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ************************************************************ अस्तित्व है क्या ? किसी चीज के होने का बोध,कुछ भी होने का भाव,हैसियत या मौजूदगी। भूतकाल में,वर्तमान से या भविष्य के लिए अस्तित्व।हर जीव की…

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छेदों से छलनी हुई थाली

राकेश सैनजालंधर(पंजाब)*********************************************************** 'आपने मेरे भाई के बारे पढ़ा है और मैने अपने भाई को पढ़ा है।' 'हसीना पार्कर' फिल्म की नायिका जो कुख्यात आतंकी दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना की…

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अष्टम अनुसूची के बहाने फिर हिंदी पर वार…

राजनीति:प्रतिक्रिया.... बुद्धिनाथ मिश्र(उत्तराखण्ड)- राजभाषा हिंदी का घर बांटने के लिए जो छोटे दिमाग के लोगों का कई सालों से प्रयास हो रहा है,उसका डटकर मुकाबला जो गिने-चुने लोग कर रहे…

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मानवीय-चेतना के अभ्यासी और हिंदी के पुरोधा संत विनोबा भावे

प्रो. गिरीश्वर मिश्रदिल्ली********************************************************** एक ओर दुःस्वप्न जैसा कठोर यथार्थ और दूसरी ओर कोमल आत्म-विचार! दोनों को साथ ले कर दृढ़ता पूर्वक चलते हुए अनासक्त भाव से जीवन के यथार्थ से…

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किसानों के फायदे का कानून,पर विचार जरुरी

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ********************************************************** किसानों से संबंधित ३ कानूनों के बनने से केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल इतनी नाराज हुईं कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। वे अकाली दल की सदस्य हैं और…

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हिंदी के बढ़ते चरण

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************************* हिंदी का यशगान हो,हिंदी का सम्मान। हिंदी का गुणगान हो,हिंदी का उत्थानll१४ सितम्बर १९४९ को संविधान सभा ने एकमत से हिंदी को राजभाषा का दर्जा…

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विश्व शान्ति दिवस-बढ़ते कदम

योगेन्द्र प्रसाद मिश्र (जे.पी. मिश्र)पटना (बिहार)******************************************************** विश्व शांति दिवस स्पर्धा विशेष…… विश्व शान्ति दिवस या अन्तर्राष्ट्रीय शान्ति दिवस संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देशानुसार हर वर्ष मनाया जाता है। भारत एक…

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