मन से दूर न होय
डॉ.एन.के. सेठी बांदीकुई (राजस्थान) ************************************************************************* तन से दूरी हो भले,मन से दूर न होय। तन-मन दोनों स्वस्थ हों,सुखी निरोगी होय॥ मतभेदों को भूलकर,सभी एकजुट होय। दुश्मन से मिल के लड़ें,आपा कभी न खोय॥ करे अकारण जो मनुज,देवदूत पर वार। मनुज वे पशु समान हैं,भूल गए संस्कार॥ सुरसा के मुख सा हुआ, ‘कोरोना’ विकराल। बने सूक्ष्म … Read more