भाषा और संस्कृति:एक सत्यान्वेषण
छगन लाल गर्ग “विज्ञ” आबू रोड (राजस्थान) **************************************************************************** एक सत्य साहित्यसेवी के संदर्भ में हर बार दोहराना चाहता हूँ कि वह जीवन की सौंदर्य अनुभूति से आह्लादित होकर या कला सौन्दर्य की अनुभूति से समाज को लाभान्वित करने साहित्य में नहीं आया,अपितु भीतर की सघन संवेदनाएं पीड़ित मानव के प्रति भावुक होकर अभिव्यक्ति देने के … Read more