नई शुरुआत
शशि दीपक कपूरमुंबई (महाराष्ट्र)************************************* ‘चलो,जैसे साल बीता,वैसे गिले-शिकवे की बीती बातें भूल जाओ! क्यों हठ करती हो बच्चों जैसी ? इतने साल बीत गए हैं साथ रहते,हम दोनों उन्हीं किनारों को पकड़े खड़े हैं,देखो,क्यों न नए साल में एक नई शुरुआत करते हैं। ‘“कौन-सी नई शुरुआत..!”“यही दिनभर चुप रहते हैं,एक-दूसरे का ख्याल रखते हुए दिन … Read more