नेता गिरा रे,सड़क जाम के बाजार में

नवेन्दु उन्मेष राँची (झारखंड) ********************************************************************* शहर में एक बड़े नेता का आगमन होने वाला था। पुलिस वाले लोगों को सूंघ-सूंघ कर रास्ते में जाने दे रहे थे। चौक-चौराहे पर भीड़…

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कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी

नवेन्दु उन्मेष राँची (झारखंड) ********************************************************************* अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को ताजमहल का दीदार करने के बाद अहसास हुआ होगा कि हम भारतीय किस प्रकार दुनिया को मुहब्बत का पैगाम देते…

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आओ `बाबा`,गरीबों के घर के आगे देखो दीवार

नवेन्दु उन्मेष राँची (झारखंड) ********************************************************************* कांग्रेस का `गरीबी हटाओ` का नारा अब फ्लॉप-शो होकर रह गया है। अब तो भाजपा सरकार का नया नारा है। गरीबों के घर के आगे…

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ट्रेन और शौचालय…!!

तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** ट्रेन के शौचालय(टॉयलेट्स) और यात्रियों में बिल्कुल सास-बहू-सा संबंध है। पता नहीं, लोग कौन-सा असंतोष इन शौचालय पर निकालते हैं। आजादी के इतने…

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‘साब’ का मूड

अरुण अर्णव खरे  भोपाल (मध्यप्रदेश) *********************************************************************** मूड-एक ऐसा शब्द है,जिससे हम सभी का वास्ता एक बार,दो बार नहीं,अपितु अनेक बार पड़ा है और इसके अनुभव भी कभी सुखद,कभी दुखद तो…

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प्रेम दिवस पर प्रेमियों से आव्हान

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** मैं प्रेमी हूँ,इससे समाज वालों के पेट में दर्द क्यों होता है। दर्द होता है तो हो मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आखिर प्रेम…

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ये कोई बड़ा-अड़ा दिन नहीं होता…

कमल किशोर दुबे कमल  भोपाल (मध्यप्रदेश) **************************************************************************** ‘बड़े दिन की छुट्टी’ स्पर्धा  विशेष……… आज हमारे पड़ौसी खबरीलाल जी सुबह-सुबह हमारे घर आये। आते ही बोले-"कलमकार,बड़ा दिन मुबारक हो!" मैंने चौंकते हुये…

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बहाने की बात ही और है जनाब

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरे मंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** मेरे दौर में एक गाना गूंजता था,जो प्राण साहब पर फिल्माया गया था-"कस्मे- वादे प्यार-वफ़ा सब वादे हैं,वादों का क्या ?"। इसी तरह से…

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आह विवाह! वाह विवाह…

राजकुमार अरोड़ा ‘गाइड’ बहादुरगढ़(हरियाणा) *********************************************************************** 'शादी वह लड्डू,जो खाये वो पछताये, जो न खाये, वो भी पछताये', 'शादी न बाबा न,शादी तो बर्बादी है,खो जाती आज़ादी है', 'आत्महत्या करने की…

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राजनीति में बीज गणित का सवाल-महाराष्ट्र

संदीप सृजन उज्जैन (मध्यप्रदेश)  ****************************************************** राजनीति करने वाली ताकतें सच में बेहद ताकतवर होती हैं। हम सोच भी नहीं सकते, उससे भी ज्यादा ताकतवर होती हैं। सिर्फ ताकतवर ही नहीं…

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