भारतीय संस्कृति में नव चेतना फूंकने वाले युगदृष्टा थे टैगोर

राजेश पुरोहित झालावाड़(राजस्थान) **************************************************** रवीन्द्रनाथ टैगोर जयंती विशेष-७ मई………… कलकत्ता ब्रिटिश भारत में ७ मई १८६१ को देवेन्द्रनाथ टैगोर व माता शारदा देवी के घर जन्में रवीन्द्रनाथ टैगोर देश के सुप्रसिद्ध लेखक,कवि,नाटककार,संगीतकार एवं चित्रकार थे। वे बांग्ला व अंग्रेजी भाषा के जानकार थे। उनके साहित्यिक आंदोलन को आधुनिकतावाद की संज्ञा दी गई। साहित्य के क्षेत्र … Read more

जन्नत से हुई मन्नत पूरी…

डॉ.रीता जैन’रीता’ इंदौर(मध्यप्रदेश) *************************************************** प्रकृति के सौंदर्य के खजाने को जिसे कश्मीर कहते हैं,इस जन्नत को वहां जाकर निहारा तो मानो हमारी मन्नत पूरी हो गई। हमारी यह शुभ यात्रा १४ से २० अप्रैल(२०१९)सही मायने में सार्थक हो गई। प्रकृति का हर एक रंग यहां देखने को मिला। यह पूरी यात्रा ट्रेवल्स द्वारा तैयार की … Read more

दरवाजे की चीखें

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** मेरी डायरी-भाग ३ रात के 9 बज रहे थे और वह निर्दयी नशे में धुत मेरे दरवाजे को ईंटों से पीट रहा था,जिसकी ध्वनि मेरी झुग्गियों में रह रहे किरायेदारों के भी कान फाड़ रही थी। वह ईंटों के प्रहारों के साथ-साथ गाली-गलौज भी कर रहा था। … Read more

मियामी-एक खूबसूरत अनुभव

डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** “दो भव्य इमारतों के बीच में सूर्य देवता अपनी आभा बिखेरते चले आ रहे थेl” इस बार हमारी यात्रा न्यूजर्सी से फ्लोरिडा के लिए बेटी पल्लवी और दामाद विकास ने बेटे अनमोल के साथ प्लान की थी,हम सभी ऑरलेंडो,मियामी और की वेस्ट के लिए साथ ही निकलते हैंl इसके लिए हमें … Read more

घायल की गति घायल जाने..

डॉ.स्नेह ठाकुर, कनाडा *************************************************************************************** प्रिय गुप्ता जी, आप जूझ रहे हैं कि आपने कामिनी जी को पल-पल जाते देखा और मैं जूझ रही हूँ कि कैसे अचानक ठाकुर साहब चल दिये महाप्रयाण की यात्रा परl आपका भावनापूर्ण संस्मरण वह आख़िरी होली पढ़कर हमेशा की तरह आँखें भर-भर आईंl दो दिन पहले का अपना अनुभव आपसे … Read more

घुटन का जीवन

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** मेरी डायरी-भाग २ यह उन दिनों की बात है,जब मैं पत्रकारिता के क्षेत्र में शिखर पर था कि एक परिचित सम्माननीय बुजुर्ग व्यक्ति ने मुझे अपने पास बुलाया और इधर-उधर की अर्थहीन वार्तालाप करने लगे। मैं चिढ़ गया और मैंने उनसे क्षमा याचना करते हुए वहां से … Read more

खूबसूरत है कश्मीर

दीपा गुप्ता ‘दीप’ बरेली(उत्तर प्रदेश) *********************************************************** इस बार होली पर कहीं बाहर घूमने के लिए बच्चे काफी से दिन कह रहे थे काफी समय से सपरिवार कहीं बाहर जाना नहीं हुआ थाl अतः तय किया कि इस बार होली पर कश्मीर घूमने चला जाए,बच्चों ने कश्मीर की फ्लाइट बुक कराई तो लगने लगा अब तो … Read more

खतों की बात पुरानी हो चली…

डॉ. स्वयंभू शलभ रक्सौल (बिहार) ****************************************************** वो भी क्या दिन थे जब खतों में दिल का हाल लिखा जाता था…कोरे कागज पर जज़्बात उकेरे जाते थे…लफ़्जों में अहसास पिरोये जाते थे…पढ़ने वाला भी उसी शिद्दत से हर्फ़ दर हर्फ़ महसूस करता था…खत भेजने में भी वही शिद्दत होती थी…जवाब आने के इंतज़ार में भी वही … Read more

आशा और आँसू के द्वीप

  डॉ.स्वाति तिवारी भोपाल(मध्यप्रदेश) ********************************************************** किताबों में पढ़ा था,दुनिया के पर्यटन नक़्शे में जिसे कई बार देखा था उसे खुली आँखों से कभी देखूँगी नहीं सोचा था पर समय के पैर किसने देखे ? समय का खेल किसने देखा ? कब समय चक्र हमें यहाँ से वहाँ,वहाँ से यहाँ ले जाए यह कोई नहीं जानता … Read more

…यादें और केवल यादें

डॉ.एम.एल.गुप्ता ‘आदित्य’  मुम्बई (महाराष्ट्र) ********************************************************** होलिका दहन का वह दिन,मैं घर पर ही था। चिकित्सक तो पहले ही जवाब दे चुके थे। बात केवल इतनी बची थी कि कितने दिन और..। चिर-निद्रा में जाने से पहले ही कामिनी की नींद लगातार बढ़ती जा रही थी। वह ज्यादा से ज्यादा समय सो रही थी। पल-पल उसकी … Read more