भारतीय भाषाओं के अमर सेनानी ‘डॉ. वैदिक’

डॉ. मोतीलाल गुप्ता ‘आदित्य’मुम्बई(महाराष्ट्र)********************************************** १४ मार्च-पुण्य तिथि विशेष.... डॉ. वेद प्रताप वैदिक के व्यक्तित्व के अनेक महत्वपूर्ण पहलू हैं। वे हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, फ़ारसी व रूसी आदि अनेक भाषाओं के…

Comments Off on भारतीय भाषाओं के अमर सेनानी ‘डॉ. वैदिक’

वो नया मेहमान…

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)********************************************* आज से ५० साल पहले मेरे दोस्त ने मेरा मुँह मीठा कराते हुए बताया कि, उसके घर में आज नया मेहमान आया है। जब मैंने पूछा-'लड़की…

Comments Off on वो नया मेहमान…

सामाजिक सम्बन्धों को मजबूती देता पर्व

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)********************************************* स्नेह के धागे... वैदिक काल में जिसे हम 'रक्षासूत्र' कहते थे, उसे ही आजकल 'राखी' कहा जाता है। मुझे याद है बचपन में हमारी बुआजी ऋषि…

Comments Off on सामाजिक सम्बन्धों को मजबूती देता पर्व

दूर के ढोल सुहावने

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** एक बार हम यूरोप घूमने गए थे। पेरिस से हमने सबको उपहार में देने के लिए छाते खरीदे। उन छातों पर यूरोप के पर्यटन स्थलों के चित्र…

Comments Off on दूर के ढोल सुहावने

विरले संत स्वामी रामसुखदास जी

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)********************************************* ऐसा सुना हुआ है कि, परम श्रद्धेय संत स्वामी रामसुखदास जी ने अपने विषय में किसी भी प्रकार का भाव व्यक्त करने की मनाही की हुई…

Comments Off on विरले संत स्वामी रामसुखदास जी

ईश्वरीय देन

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़)********************************************* सब जानते हैं, धन-दौलत, रिश्ते-नाते, प्रेम-प्यार, धर्म-कर्म,जो कुछ भी कमाया, बनाया, सब कुछ यहीं छूट जाएगा। पता नहीं, किस पल में साँसें पूरी हो जाएं,…

Comments Off on ईश्वरीय देन

भागम-भाग वाली जिन्दगी में प्रेमपूर्वक होली

  जीवन और रंग,... बीते साल होली के अवसर पर मुम्बई वाले भवन-समूह में आयोजित सभी कार्यक्रमों में भागीदारी निभाने का अवसर मिला। उसी को याद कर बता रहा हूँ…

Comments Off on भागम-भाग वाली जिन्दगी में प्रेमपूर्वक होली

दोनों तरफ़ के दरवाजे बंद कर दे…

सुरेन्द्र सिंह राजपूत ‘हमसफ़र’देवास (मध्यप्रदेश)****************************************** जीवन और रंग... बात उन दिनों की है जब मैं १९८४ में आईटीआई करके गाजरा गियर्स कम्पनी (देवास) की नौकरी में लगा था। नया शहर…

Comments Off on दोनों तरफ़ के दरवाजे बंद कर दे…

प्राकृतिक छटा

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन.. भाग-१० होटल शेरेटन एकदम समुद्र किनारे बना हुआ है। फिजी देश का सबसे श्रेष्ठ उत्तम होटल माना जाता है। पाँच सितारा सुविधाएं अपनी जगह हैं, लेकिन…

Comments Off on प्राकृतिक छटा

विमोचन का एक मंच था

फिजी यात्रा:विश्व हिंदी सम्मेलन... भाग-८ १२वें 'विश्व हिंदी सम्मेलन' में भारत से गए साहित्यकारों में अपनी पुस्तकों का विमोचन कराने का भी उत्साह देखने लायक था। पृथक से जहां मीडिया…

Comments Off on विमोचन का एक मंच था