काश! वो दिन फिर लौट आते
डॉ.शैल चन्द्राधमतरी(छत्तीसगढ़)**************************************** मेरे पिता जी की साईकल स्पर्धा विशेष….. जब मैं कक्षा छठवीं में पढ़ती थी,तब मेरे पिता जी के पास एक एटलस की डंडी वाली साईकिल थी। वे उसी से दफ्तर जाते-आते थे। उन दिनों लोग साईकिल ज्यादा इस्तेमाल किया करते थे।हम बच्चे पिताजी की छुट्टी वाले दिन का इंतजार करते थे,क्योंकि रविवार के … Read more